झारखंड राज्य में गरमा धान की खेती का इंश्योरेंस कैसे करें ?

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गरमा धान
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झारखंड राज्य में गरमा धान की खेती का इंश्योरेंस कैसे करें ? ( How to insure Garma paddy cultivation in Jharkhand state? )

देश में बड़ें स्तर पर लोग कृषि कार्य से जुड़े हुए हैं. लेकिन यह हमारे लिए दुर्भाग्य ही है कि किसानों को अनेंक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कभी उनकी फसल ज्यादा बारिश से खराब हो जाती हैं, तो कभी सूखे की वजह से. इससे बचने के लिए किसान अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं. इसी कारण यह सवाल किसानों के मन मे आता है कि गरमा धान की खेती का इंश्योरेंस कैसे करवा सकते हैं.

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गरमा धान –

इस फसल की विशेषता की बात करें, तो यह फसल सिर्फ सिंचाई एवं रासायनिक खाद के बल पर मात्र चार माह के अंदर तैयार हो जाती है. इसकी बुवाई के लिए मध्य जनवरी से मध्य फरवरी तक का समय सबसे उपयुक्त है. फरवरी महीने के आखिरी सप्ताह से मार्च के पहले सप्ताह में भी इसकी बुवाई की जा सकती है. पछेती बुवाई भी की जाए तो जल्दी तैयार होने के कारण अगस्त महीने में इसकी कटाई की जा सकती है.

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झारखंण्ड फसल राहत योजना (Fasal Rahat Yojana)

गरमा धान की खेती-

इसकी खेती करने के लिए धान की बीज को 1 दिन तक पानी में भींगो कर रखें. ऐसा करने से इसके अंकुरण में आसानी होती है. इसके बाद प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम कार्बेन्डाज़िम से उपचारित करें.इसके बाद नर्सरी तैयार करने के लिए बीज की रोपाई की जाती है. जब पौधों में 3 से 4 पत्तियां निकल आएं तब मुख्य खेत में पौधों की रोपाई करें. पौधों की रोपाई करीब 15 सेंटीमीटर की दूरी पर करें.

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झारखंण्ड फसल राहत योजना (Fasal Rahat Yojana) –

अगर आप अपनी फसल के किसी प्राकृतिक आपदा की वजह से होने वाले नुकसान से बचना चाहते हैं, तो इसके लिए झारखंण्ड सरकार की तरफ से झारखंण्ड फसल राहत योजना की शुरूआत की गई है. राज्य सरकार की तरफ से इस योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के स्थान पर की गई है. इस योजना के अंतर्गत वहीं किसान पंजीकृत हो सकते हैं, जो पहले से किसी भी फसल बीमा योजना के अंतर्गत नहीं आते हैं. इसके साथ ही किसान का झारखंड राज्य का स्थाई निवासी होना भी जरूरी है. तभी इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत हो सकते हैं. Fasal Rahat Yojana के अंतर्गत सूखा पड़ना, ओले पड़ना आदि जैसी प्राकृतिक आपदाएं शामिल की गई हैं. यदि प्रदेश के किसान योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो उन्हें इस योजना के अंतर्गत Online आवेदन करवाना होगा.

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