2018 में एक हिंदी फिल्म आयी थी जिसका नाम ‘पिहू’ था। इस फिल्म में जैसे दिखाया गया था ठीक वैसे ही एक वाक़या है। यह घटना मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में घटित हुई है।
ठीक उसी तरह जैसे फिल्म में दो साल की पिहू अपनी मां के शव के साथ बिस्तर पर थी। यहाँ पर तीन साल की एक भूखी प्यासी लड़की अपनी माँ के लाश के साथ घर पर लगभग 11 घंटे तक पड़ी रही।
ग्वालियर जिले के पुलिस सूत्रों के अनुसार, बच्चे के माता-पिता शनिवार रात झगड़े थे। इसके बाद उनके बीच रविवार सुबह तड़के भी लड़ाई हुई थी इसके बाद दोनों ने दोनों में हत्या और आत्महत्या हो गयी। बच्चे के सामने यह सब हुआ।
बच्चे का बाप सत्येन्द्र बेरोजगार था जबकि माँ का नाम अंशु था। सत्येंद्र ने पहले पत्नी अंशु की गोली मारकर हत्या की, उसके बाद खुद गोली मारके आत्महत्या कर ली। सत्येंद्र के भाई सेना में अधिकारी था उसकी की बन्दूक लेकर उसने पहले पत्नी की हत्या की इसके बाद फिर आत्महत्या। जांच करने पर पता चला कि बन्दूक से 5 फायर किये गए।
घर में कोई नहीं था। बच्चे ने पूरी रात अपने माँ बाप के लाश के साथ पूरी रात गुजारी। आखिरकार रविवार की सुबह छोटी लड़की के नाना (अंशु के पिता) ने अपनी बेटी को फोन किया तो जाकर उन्हें सच्चाई का पता चला।
रविवार की सुबह लगभग 11 बजे अभय भदोरिया का फोन आने पर, तीन वर्षीय बच्चे ने अपने दादाजी को कांपती हुई आवाज़ में बताया, “नानू मम्मी और पापा दोनों मर गए हैं। आप जल्दी आ जाइये। इस बारें में माधौगंज थाना प्रभारी अजय पवार ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया।
हैरान भदोरिया ने अपनी बेटी के घर में जाने से पहले पुलिस को सूचित किया। इसके बाद फिर पुलिस वहाँ पहुंची। जहाँ पर उन्हें बच्चे के साथ उसके माँ-बाप की लाश मिली।
छोटी लड़की ने पूरी घटना पुलिस को सुनाई है। अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और जांच चल रही है। ग्वालियर के माधोगंज पुलिस स्टेशन में एक सब इंस्पेक्टर ने इस बारें में बताया।