Hyundai और Kia ग्रुप साथ मिलकर भारत में बनाएंगे e-cars

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कोरियाई समूह की कंपनियां हुंडई और kia मोटर्स भारत में इलेक्ट्रिक कारों को बनाने के लिए भारत में मैनुफ़ैक्चर योजना को अंतिम रूप दे रहीं है। दोनों कंपनियों ने ऐसे समय में ये पहल की है जब सरकार स्थानीय स्तर पर साफ-सफाई वाली गतिशीलता को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी रणनीति तैयार कर रही है। वाहनों को पॉवर प्रदान करने के लिए कोरियाई कंपनी हुंडई बैटरी के लिए कोरिया की ही कंपनी LG से भागीदारी की संभावना देख रहे हैं। LG कंपनी इस सम्बन्ध में इस प्रोजेक्ट का अध्ययन कर रही है।

दोनों ऑटो कंपनियों के शीर्ष अधिकारी वर्तमान में अध्ययन ने जुटे हैं। इसके अलावा नियामक मुद्दों का जायजा लिया जा रहा है। इस व्यापार पर आयात शुल्क, स्थानीय सोर्सिंग के लिए संभावित साझेदार, और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए भारत की परिस्थितियों को समझा जा रहा हैं। अगर यह प्रोजेक्ट अमल में आता है तो यह पहली बार होगा की भारत में इलेक्ट्रिक कार सड़कों पर दौड़ेगी। भारत के विभिन्न शहरों में e-riksha चलन में हैं लेकिन अब कार के क्षेत्र में e-cars का मॉडल अभी नया है। कई और कंपनियां है जो e-cars जे के प्रोडक्शन में निवेश कर रहीं हैं। अब वो दिन दूर नहीं जब हम सड़को पर बिजली से चलने वाली कार को दौड़ते हुए देखेंगे।

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हुंडई शुरू में अपने चेन्नई स्थित प्लांट में इकट्ठे किए जाने वाले कोना इलेक्ट्रिक SUV के लॉन्च के साथ पानी का परीक्षण करेगी। हालांकि कार की कीमत प्रीमियम रेंज में और कीमत 20 लाख रुपये से ऊपर होगी। हुंडई और kia का यह प्रोजेक्ट ऐसे समय में शुरू होने वाला है जब मारुति सुजुकी-टोयोटा गठबंधन स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक कारों को अगले साल लॉन्च करने वाली है। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स भी e-car के प्रोडक्शन में निवेश कर रहे हैं।