अगर मां मलेरिया की मरीज है तो क्या वह अपने बच्चे को दूध पिला सकती है?

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अगर मां मलेरिया की मरीज है तो क्या वह अपने बच्चे को दूध पिला सकती है If a mother is a malaria patient, can she give milk to her baby
अगर मां मलेरिया की मरीज है तो क्या वह अपने बच्चे को दूध पिला सकती है If a mother is a malaria patient, can she give milk to her baby

अगर मां मलेरिया की मरीज है तो क्या वह अपने बच्चे को दूध पिला सकती है? ( If a mother is a malaria patient, can she give milk to her baby? )

मलेरिया एक मादा एनोफलेज मच्छर के काटने के कारण होता है. लेकिन काफी बार जब नवजात शिशु की माँ मलेरिया के की चपेट में आ जाती है, तो बच्चे की सुरक्षा की दृष्टि से उसके सामने सबसे बड़ी समस्या पैदा हो जाती है कि क्या वह मलेरिया में ग्रस्त होने के बाद भी अपने बच्चे को दूध पिला सकती है. इसी कारण लोगों के मन में ये सवाल पैदा होता है. अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

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माँ का दूध

मलेरिया से ग्रस्त माँ बच्चे को दूध पिला सकती है-

सबसे पहले तो हमारे लिए यह जानना जरूरी होता है कि माँ का दूध नवजात बच्चे के लिए बहुत जरूरी होता है. जो उसके शरीर में रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है तथा उसके शरीर में सभी पौष्टिक तत्वों की पूर्ति करता है. आमतौर पर माँ की साधारण बीमारियों से स्तनपान करने वाले शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुंचता. यहां तक कि टायफायड, मलेरिया, पीलिया इत्यादी रोग में भी स्तनपान पर रोक लगाने की सलाह नहीं दी जाती है. लेकिन उस समय हमारे द्वारा ली जाने वाली दवा हमें किसी विशेषज्ञय की सलाह पर ही लेनी चाहिएं. जिससे उस समय ली जाने वाली दवा का बच्चे के उपर नकारात्मक प्रभाव ना पड़ें.

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माँ का दूध

किस से फैलता है मलेरिया –

मलेरिया के मुख्य कारण कि बात करें, तो यह परजीवी कीटाणुओं से फैलता है. जिनको माइक्रोस्कोप की सहायता से देखा जा सकता है. ये परजीवी मच्छर के काटने की वजह से रोगी के शरीर में पहुँच जाते हैं. संक्रमित मच्छर के काटने के लगभग 10 से 12 दिन बाद मलेरिया के लक्षण रोगी में दिखाई देते हैं. बुखार होने में खून की जाँच करवानी चाहिएं तथा मलेरिया होने पर तुरंत उसका उपचार शुरू कर देना चाहिएं.

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मलेरिया से बचने के लिए जरूरी होता है कि हमारे आस-पास के क्षेत्र में मच्छर ना हों. आमतौर पर मच्छर बरसात के मौसम में जब बरसात का पानी जगह जगह इक्कठा हो जाता है, तब पैदा होते हैं. जिससे बचाव के लिए हमारे आस पास पानी को इक्कठा होने से रोकना चाहिएं तथा साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिएं.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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