असम भारत का उत्तर-पूर्व में स्थित एक राज्य है. जहां तक इसके नाम की उत्पत्ति की बात है, तो इसको लेकर कुछ मतभेद जरूर हैं. कुछ विद्वानों द्वारा माना जाता है कि ‘असम’ शब्द संस्कृत के ‘असोमा’ शब्द से बना है, जिसका अर्थ है अनुपम अथवा अद्विती. इसके साथ ही कुछ विद्वान ऐसा भी मानते हैं कि यह शब्द मूलरूप से ‘अहोम’ से बना है. दूसरे मत से लोग ज्यादा सहमत नजर आते हैं. प्राचीनकाल में असम को ‘प्राग्ज्योतिष’ अर्थात् ‘पूर्वी ज्योतिष का स्थान’ कहा जाता था. बाद में इसका नाम ‘कामरूप’ पड़ गया.
असम कृषि प्रधान राज्य है. खेती यहां की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. इस राज्य में अनेंक फसले लगाई जाती हैं, लेकिन मुख्य खाद्य फसल की बात करें तो चावल यहां की मुख्य खाद्य फसल है. इसके अलावा असम राज्य में पांच राष्ट्रीय पार्क और 11 वन्यजीव अभयारण्य और पक्षी विहार हैं, जिनमें काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और मानस बाघ परियोजना (राष्ट्रीय उद्यान) क्रमश: एक सींग वाले गैंडों और रॉयल बंगाल टाइगर के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध हैं. असम में कृषि पर आधारित उद्योगों की बात करें तो उसमें चाय का प्रमुख स्थान है.
असम में अनेंक त्योहार मनाए जाते हैं. यदि यहाँ के मुख्य त्योहार की बात करें, तो ‘बिहू’ असम का मुख्य त्यौहार है. यह साल में तीन बार मनाया जाता है- रंगाली बिहू या बोहाग बिहू फसल बुवाई की शुरूआत का प्रतीक है और इससे नए वर्ष का भी शुभारम्भ माना जाता है. भोगली बिहू या माघ बिहू फसल कटाई का त्योहार है और काती बिहू या कांगली बिहू शरद ऋतु का एक मेला है.
यह भी पढ़ें: अब किस जगह के नाम से जाना जाता है हस्तिनापुर?
इसके साथ ही असम में बहुत से पर्यटन स्थल भी मौजूद हैं. गुवाहाटी में तथा उसके आसपास प्रमुख पर्यटन स्थलों में कामाख्या मंदिर, उमानंदा (मयूरद्वीप), नवग्रह मंदिर, वशिष्ठ आश्रम, डोलगोबिंद, गांधी मंडप, राज्य का चिडि़याघर, राज्य संग्रहालय, शुक्रेश्वर मंदिर, गीता मंदिर, पुरातत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण मदन कामदेव मंदिर और सरायघाट पुल शामिल हैं.