हमारी देश की संस्कृति आन , बाण और शान के रूप में दर्शाया जाता है। हमारे देश की मंदिर विश्वभर में प्रख्यात है। जिस देश ही नहीं विदेश से भी बड़ी तादाद में लोग दर्शन करने आते है और मंदिर से जोड़ी संस्कृति और अनूठे इतिहास का अनुभव लेते है। भारत के मंदिर रहस्य से पूर्ण है और यहाँ भगवान की असीम कृपा पाने के लिए उन्हें चढ़ावे के रूप में फल, नारियल चॉक्लेट और यह तक की मटन बिरयानी भी अर्पित की जाती है।
क्या आप जानते है भारत में एक ऐसा भी मंदिर है जहां देवी को हथकड़ी चढ़ाई जाती है। यह मंदिर राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में स्थित है। इस प्रचिलित मंदिर को दिवाक मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर जोलर ग्राम पंचायत नाम की जगह पर है। इस मंदिर में देवी के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। माता को खुश करने के लिए लोग हथकड़ियां और बेड़ियां अर्पित करते है।
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इस प्रथा का चलन काफी सालों से है। देवी को हथकड़ी चढाने के पीछे यह मान्यता है की काफी समय पहले यहां केवल जंगल हुआ करते थे। उस समय इस जंगल में काफी डाकू वास करते थे। वे डाकू यहां पूजा -आरधना करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने यह मन्नत मांगनी शुरू कर दी कि अगर वे डाका डालने में सफल रहे या जेल तोड़कर भाग निकले तो वे माता को हथकड़ी अर्पित करेंगे। उस समय से अब तक ये चलन चला आ रहा है।
आपको यह भी बताना चाहेंगे की इस मंदिर में करीब 200 साल पुराना एक त्रिशूल मौजूद है, उसी पर हथकड़ी चढ़ाया जाता है। ऐसी मान्यता है की अपने परिजनों को जेल से छुड़वाना चाहते हैं, अगर इस मंदिर में आकर हथकड़ी चढ़ाये तो उसकी मनोकामना पूर्ण होती है।