‘INS करंज’ के लांच के साथ मज़बूत हुई भारत की नौसेना, चीन-पाकिस्तान को बढ़ा ख़तरा

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भारत लगातार अपनी समुंद्री ताक़त को मज़बूत कर रहा है. देश की स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी ‘करंज’ को मंगलवार को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया. इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी मौजूद थे. आईएनएस करंज को मुंबई के मझगांव डॉक पर लॉन्च किया गया. इस पनडुब्बी को पूरी तरह से मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है. इसका निर्माण मझगांव डॉकयार्ड ने फ्रांस के सहयोग से किया है. आधुनिक तकनीक से बनी ये पनडुब्बी कम आवाज से दुश्मन के जहाज़ को चकमा देने में माहिर है.  आइये आपको इससे जुड़ी कुछ ख़ास बातें बताते हैं.

  • कलवरी और खांदेरी के बाद करंज के शामिल होने से भारत की समुद्री ताकत करंज मेक इन इंडिया के तहत बनाई गई स्वदेशी पनडुब्बी है. अत्याधुनिक तकनीक और सटीक निशाने के दम पर समंदर में करंज चीन और पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा सकता है.
  • इस क्लास की पहली पनडुब्बी कलवरी को पिछले महीने ही नौसेना में शामिल किया गया था. दूसरी पनडुब्बी खंदेरी का अभी ट्रायल चल रहा हैं. ऐसी 6 पनडुब्बी मझगांव डॉकयार्ड में बनेगी जो 2020 तक नौसेना में शामिल हो जाएगी.
  • इससे पहले पहली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को 14 दिसंबर, 2017 को और दूसरी पनडुब्बी खांदेरी को 12 जनवरी 2017 को लॉन्‍च किया गया था.
  • इसका निर्माण मझगांव डॉकयार्ड ने फ्रांस के सहयोग से किया हैं. आधुनिक तकनीक से बनी यह पनडुब्बी कम आवाज़ से दुश्मन के जहाज को चकमा देने में माहिर है.
  • इस स्वदेशी पनडुब्बी में तारपीडो जैसे हथियार भी लगे है जो दुश्मन के जहाज या पनडुब्बी को मार गिराने में सक्षम हैं. साथ ही इसमें दुश्मन के इलाके की निगरानी करने के लिए यंत्र लगे हुए हैं. यह पनडुब्‍बी अभी लॉन्‍च हुई है और उम्मीद है इसे अगले साल तक नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

Indian Navy -

  • हिन्द महासागर में बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए नौसेना के पास दर्जन भर ही पनडुब्बी हैं. इनमें से आधे से ज़्यादा अपनी ज़िंदगी पूरी कर चुके हैं, लेकिन किसी तरह उनको अपग्रेड कर काम चलाया जा रहा है. ऐसे में इतनी जल्दी इस पनडुब्बी का लॉन्‍च होना नौसेना के लिए बहुत मायने रखता है. इन सबके के बूते ही भारत हिंद महासागर मे चीन को जवाब दे पाएगा.
  • करंज टारपीडो और एंटी शिप मिसाइल से हमला करती है. रडार की पकड़ में नहीं आती, समंदर से ज़मीन पर और पानी के अंदर से सतह पर हमला करने में सक्षम है.
  • 5 मीटर लंबी, 12.3 मीटर ऊंची और 1565 टन वजन वाली इस पनडुब्बी में ऑक्सीजन भी बनाया जा सकता है. युद्ध की स्थिति में यह दुश्मन के क्षेत्र से चकमा देकर निकलने में सक्षम है.
  • पिछले साल आई बॉलीवुड फिल्म गाजी इसी INS ‘करंज’ पर आधारित थी. इस पनडुब्बी ने 1971 में भारत-पाकिस्तान लड़ाई के दौरान 18 दिनों तक पानी के अंदर रहकर हमले को झेला था और कड़ा जवाब दिया था. ख़ास बात ये है कि करंज पहले 4 सितंबर, 1969 को भारतीय नौसेना में शामिल हुई थी, जिसके बाद 2003 में रिटायर हुई थी. अब इसे एक बार फिर नए अवतार के साथ लॉन्च किया गया है.