Inflation In Different Countries: भारत में महंगाई 5 महीनों के टॉप पर, श्रीलंका में थाली से खाना गायब, जानिए दुनिया के किस देश में है कितनी महंगाई

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Inflation In Different Countries: भारत में महंगाई 5 महीनों के टॉप पर, श्रीलंका में थाली से खाना गायब, जानिए दुनिया के किस देश में है कितनी महंगाई

नई दिल्ली: भारत में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से रिटेल इंफ्लेशन यानी खुदरा महंगाई दिसंबर महीने में बढ़कर 5.59 फीसदी हो गई है। सरकार की तरफ से जारी ये आंकड़े इसलिए हैरान करने वाले हैं, क्योंकि ये पिछले 5 महीनों का उच्चतम स्तर है। इससे पहले रिटेल इंफ्लेशन नवंबर, 2021 में 4.91 प्रतिशत और दिसंबर, 2020 में 4.59 प्रतिशत थी। ये आंकड़े आम आदमी को चिंता में डालते हैं और बहुत सारे लोग ये बात करते हैं कि आखिर बाकी देशों का क्या हाल है। चलिए जानते हैं दुनिया के बाकी देशों में महंगाई का क्या हाल है।

श्रीलंका में चाय में दूध नहीं, थाली से खाना गायब, मिर्च 700 रुपये किलो
इन दिनों हमारे पड़ोसी देश श्रीलंका की हालत बहुत खराब है। श्रीलंका में इस समय रोजाना खाने-पीने की वस्तुओं के दामों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। श्रीलंका में एक महीने में खाने पीने की चीजें 15 फीसदी तक महंगी हुई हैं। श्रीलंका में लोगों की चाय से दूध गायब है और एक किलो मिर्च 700 रुपये में बिक रही है। सब्जियों के दाम बढ़ जाने से आम आदमी का जीना मुश्किल हुआ है। 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका इस समय अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। दिसंबर के महीने में श्रीलंका में महंगाई 12 फीसदी से भी ऊपर निकल चुकी है।

इन देशों में भी महंगाई काफी अधिक
बात अगर अमेरिका और यूके जैसे विकसित देशों की करें तो वहां पर महंगाई की तगड़ी मार पड़ी है। अमेरिका में महंगा 7 फीसदी हो चुकी है, जो पिछले 40 सालों को उच्चतम स्तर है। वहीं यूके में महंगाई 5.4 फीसदी के साथ करीब 30 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है।
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी महंगाई 12 फीसदी से ऊपर जा चुकी है, लेकिन वहां पर हालात श्रीलंका जितने खराब नहीं हैं।
वेनेजुएला में तो 2021 में महंगाई की दर 686.4 फीसदी तक जा पहुंची थी।
अर्जेंटीना में 2021 में महंगाई 50.9 फीसदी तक पहुंच गई थी।

डीजल-पेट्रोल भी एक बार फिर हो सकता है महंगा
मौजूदा समय कच्चे तेल की कीमतें भी 7 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं। अभी कच्चा तेल 86 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से बिक रहा है। बातें तो यहां तक हो रही हैं कि यह कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है या उससे भी ऊपर जा सकती है। पिछले ही दिनों मोदी सरकार ने उत्पाद शुल्क में कटौती की थी, जिससे जनता के लिए डीजल-पेट्रोल सस्ता हुआ था, लेकिन अगर तेल की कीमतें इसी तरह बढ़ती रहती हैं तो इससे डीजल-पेट्रोल एक बार फिर से सस्ता हो सकता है।

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