कोरोना को मात देने में ‘एयर फिल्टर’ कितना कारगार?

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कोरोना वायरस का संक्रमण दुनियाभर के कोने में फैलता जा रहा है। दुनियाभर में कोरोना से संक्रमण का आकड़ा बढ़ता जा रहा है। भारत में कोरोना के मामले डराने वाले है। कोरोना संक्रमण का मामला 7 लाख के पार तक जा पहुंचा है जहां , दिल्ली महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले है। चीन से निकला घातक वायरस दुनियाभर में तबाही मचा रहा है। अभी तक इस घातक वायरस को मात देने के लिए कोई वैक्सीन और दवा सामने नहीं आई है। अब कोरोना के सन्दर्भ में एक और दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। आपको बताना चाहेंगे की 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) को लिखे एक पत्र के मुताबिक कोरोना एक एयरबॉर्न वायरस है, जो हवा में भी फैल सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना वायरस के नन्हे पार्टिकल्स हवा में रहकर लोगों को संक्रमित कर सकते हैं और WHO ने भी इस बात को स्वीकारा है।

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कोरोना संक्रमण हवा के जरिये भी फ़ैल सकता है , इसकी पुष्टि हो गई है। इसलिए कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा एक खास एयर फिल्टर बनाने का दावा किया गया है। जिसके अनुसार कोरोना वायरस को पकड़कर तत्काल मार सकता है।इसका इस्तामाल शुरू हुआ तो बंद जगहों जैसे स्कूल, अस्पताल, ऑफिस या हवाई जहाज आदि तक में कोरोना के फैलने के खतरे काफी कम हो जाएगा। खबरों के मुताबिक इस खास मशीन के ‘एयर फिल्टर’ से होकर गुजरने वाली हवा में 99.8 प्रतिशत तक कोरोना वायरस को नष्ट करने में सक्षम है। अध्ययन में कहा गया कि इस एयर फिल्टर’ को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध निकेल फोम को 200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म कर बनाया गया। इसने घातक जीवाणु बैसिलस एन्थ्रेसिस के 99.9 प्रतिशत Spore को नष्ट कर दिया। बेशक तौर पर यह ‘एयर फिल्टर’ कोरोना के संक्रमण को कम करने में कारगर सिद्ध होगा।

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कोरोना वायरस के मामलों में दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस की वैक्सीन की खोज दुनियाभर में जारी है लेकिन अब तक कोरोना की कोई भी वैक्सीन नहीं आयी है और दुनियाभर में कोरोना का आकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। इस वायरस को मात देना का एक मात्र तरीका है की सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करें।

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