क्या उपवास या व्रत में सेक्स करना गलत है ?

26432
news
क्या उपवास में सेक्स करना गलत है ?

क्या उपवास में सेक्स करना गलत है ?

फास्ट के दौरान बॉडी में एनर्जी कम होती है और सेक्स के दौरान पार्टनर जल्दी थक जाते है. फास्ट के दौरान सेक्स इसलिए भी मना किया जाता है क्योंकि पार्टनर्स में वो फिलींग नहीं आ पाती जो और दिनों में वो उत्साह से करते है . इसकी वजह यह है कि व्रत रखने वाले के अंदर कहीं न कहीं चिढ़-चिढ़ापन आ जाता है.

और अगर बात की जाए धर्म की तो हिंदू रिवाज के मुताबिक व्रत में कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है कई में पानी न पीने का तो कई में न खाने का लेकिन क्या आपकों पता है कि व्रत में एक अहम बात का भी ध्यान रखना होता है. जी हां ये अहम ध्यान है सेक्स न करना।हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और धर्म को बहुत महत्व दिया जाता हैं,

उपवास में सेक्स

इस धर्म में व्रत के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए ,ऐसा माना जाता रहा हैं। यहां तक कि व्रत के दिन मन में भी सेक्स के बारें में कोई ख्याल नहीं आना चाहिए। हिंदू धर्म में वैज्ञानिक तौर पर इस बात की पुष्टि की गई है। दरअसल व्रत के दौरान शरीर में बिल्कुल भी ताकत नहीं रहती।

हमारे भारत में जाति धर्म को बहुत माना जाता हैं, पूजा पाठ बड़े ही भक्ति भाव के साथ की जाती हैं। ये बहुत पवित्र काम होता हैं लेकिन इस दौरान कोई भी इंसान सेक्स के बारे में सोचता हैं तो वो गलत माना जाता हैं।

fast facts hindi

यह भी पढ़ें : कभी सेक्स ना करने वाले व्यक्ति को क्या कहते हैं

उपवास,व्रत,फास्ट,रोजा ये सभी धार्मिक द्रष्टि से जुड़ी अपनी श्रद्धा पर निर्भर होता है।जब आपका व्रत रखा होता है,तब शरीर में वो एनर्जी नहीं होती की आप सेक्स कर सके।सेक्स करने के बाद शरीर पूरी तरह थक जाता है। एक अध्यन के मुताबिक व्रत के दौरान सेक्स करना वैज्ञानिक रुप से गलत है,लेकिन कहीं-कहीं इसे अंधविश्वास के से भी जोड़ा जाता है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. यह खबर इंटरनेट से ली गयी है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.