श्रीनगर के अस्पताल से आतंकवादी को भगाने के लिए 5 की गिरफ्तारी

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जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में महाराजा हरिसिंह अस्पताल पर फायरिंग कर लश्‍कर के आतंकी को भगा ले जानर के मामले में पुलिस के हाथों एक बड़ी कामयाबी लगी है. पुलिस ने नावेद जट को भगाए जाने के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस को मिले अहम सुराग

पुलवामा जिले में एसएमएचएस अस्पताल के नजदीक हुए इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि एक अन्‍य घायल हुए पुलिस कर्मी की अस्‍पताल में इलाज के दौरान मौत हुई थी. आतंकी वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी के हथियार भी लेकर भाग गए थे.

गोलीबारी और हमले का फायदा उठाकर लश्कर के कमांडर नावेद जट के फरार होने के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग कथित रूप से ओवर ग्राउंड वर्कर्स के तौर पर आतंकी समूहों के लिए काम करते थे. पुलिस ने बताया है कि आरोपी लोगों के साथ उस मोटरसाइकिल और गाड़ी को भी पकड़ा है जिसका आतंकी को भगाए जाने में उपयोग किया गया था. आधिकारिक सूत्रों बताया पुलिस की एसओजी टीम ने श्रीनगर जिले में रात को अलग-अलग छापेमारी करके सात लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार 7 लोगों में से पांच की पहचान हो गई है.

Firing in hospital -

पुलवामा के एसएसपी मोहम्मद असलम चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि श्रीनगर से इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि उन्होंने इस मामले में अन्य जानकारियां देने से इनकार कर दिया. शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है. सीसीटीवी फुटेज के ज़रिए इन लोगों की पहचान की गई है. साथ ही सोशल मीडिया पर इन लोगों की बातचीत को ट्रैक करते हुए जांच टीम ने गिरफ्तारियां की हैं. अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में चार एसएमएचएस अस्पताल आए थे. इनमें से दो ने पुलिस पर फायर किया था और अन्य ने उन्हें कवर दिया था.

हालांकि, सूत्रों का कहना है कि नावेद जट अब भी पुलिस की पहुंच से दूर है. पुलिस नावेद को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.

खूंखार आतंकवादी है नावेद

अस्‍पताल से भगाकर जिस नावेद जट उर्फ अबु हनजुल्ला को आतंकी ले गए थे वह पाकिस्तान के मुल्तान में साहिवाला का रहने वाला है. उसे कश्मीर में लश्कर चीफ अबु कासिम का करीबी बताया जाता है. पुलिस की से मिली जानकारी के अनुसार यह कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है. अब तक इसकी हरकतों की वजह से सात पुलिसवालों की मौत हुई है. यह दो साल तक जम्मू-कश्मीर में सक्रिय रहा है. बताया यह भी जा रहा है कि पाकिस्तान के मुरीदकी में इसे आतंकी ट्रेनिंग दी गई थी.

पुलिस ने लश्‍कर के आतंकी नावेद जट को 2014 में गिरफ्तार किया था और उसे रानीवाड़ी जेल में रखा गया था. कुछ पेरशानी की वजह से इलाज के लिए उसे श्रीनगर के महाराजा हरिसिंह अस्‍पताल में लाया गया था जहां आतंकियों ने 6 फरवरी को हमलाकर उसे छुड़ाकर ले गए.