दुष्कर्मी बाबा का असली सच आएगा सामने, जज की अगुआई में डेरे को खंगाला जाएगा

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बाबा राम हीम जेल क्या गए उनके बुरे दिन शुरू हो गए पहले तो उनकी हनीप्रीत ना जाने उन्हें छोड़कर कहां चली गई और अब उनके एक के बाद रहस्य खुल रहे हैं। वहीं उनकी संपत्ति भी जब्त की जा रही है ताकि उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई की जाए। गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने ये आदेश दिया था कि हिंसा में हुए नुकसान का मुआवजे राम रहीम की संपत्ति से वसूला जाए।

साध्वी रेप केस में 20 साल के लिए अंदर हुए राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा का असली सच अब सामने आएगा। जज के साथ एक टीम जाएगी, जो डेरे को खंगालेगी। दरअसल, डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय की जांच का जिम्मा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पानीपत से रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज एकेएस पवार को सौंपा है।

उनकी निगरानी में मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस, अर्ध सैनिक बल तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी डेरे के अंदर जाएंगे और तलाशी ली जाएगी। हाईकोर्ट ने पवार को विशेष अधिकार देते हुए स्पष्ट किया कि यदि उन्हें किसी भी विषय के विशेषज्ञ जैसे फॉरेंसिक साइंस व अन्य की जरूरत होगी तो वह उन्हें उपलब्ध करवाया जाएगा।

डेरे की पूरी तरह जांच करने के बाद पवार अपनी रिपोर्ट सील बंद कर हाईकोर्ट तथा हरियाणा सरकार को सौंपेंगे।

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने राम रहीम के डेरे को भेदने की तैयारी तो कर ली थी, लेकिन वह कुछ भी अपने सिर नहीं लेना चाहती। इसलिए सरकार ने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा कि सरकार को डेरे की जांच के बारे में योजना बताने को कहा था।

सरकार ने याचिका में कहा कि डेरा को भेदने की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी हो, इसलिए अदालत के आदेश और एक न्यायिक अधिकारी की नियुक्ति की जाए। हरियाणा सरकार की ओर से दाखिल अर्जी को लेकर एडवोकेट जनरल बीआर महाजन जस्टिस सूर्यकांत पर आधारित खंडपीठ के समक्ष पहुंचे थे।

बता दें कि गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद से ही लगातार डेरे की जांच का दबाव बढ़ता जा रहा था। इस दबाव के बीच ही हरियाणा सरकार ने यह काम खुद करने के स्थान पर हाईकोर्ट के आदेशों के अधीन कर दिया है।