Kahani Uttar Pradesh Ki: आरएलडी का वह नेता जिसकी लोकप्रियता चौधरी अजीत सिंह को भी खटकने लगी थी

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Kahani Uttar Pradesh Ki: आरएलडी का वह नेता जिसकी लोकप्रियता चौधरी अजीत सिंह को भी खटकने लगी थी

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सचिन कुमार, बागपत
राष्‍ट्रीय लोकदल (आरएलडी) में 15 सालों तक राजनीति से कद ऊंचा करने वाले योगेश धामा ने अजीत सिंह से नाराज होकर भाजपा का दामन थामा था। यह वह दौर था जब योगेश धामा को बढती लोकप्रियता अजीत सिंह को पसंद नहीं आ रही थी। योगेश धामा लोकसभा का टिकट चाहते थे और अजीत सिंह योगेश धामा को बागपत से बाहर नहीं जाने देना चाहते थे। लेकिन दोनो में विरोध बढ़ा तो योगेश धामा ने आरएलडी का दामन छोड़ दिया।

योगेश धामा के पार्टी छोड़ते ही बागपत विधानसभा सीट पर आरएलडी को भारी झटका लगा। 2017 में विधानसभा चुनावों में पहली बार योगेश धामा ने भाजपा से विधानसभा का चुनाव लड़ा और आरएलडी प्रत्याशी को तीसरे नंबर पर धकेल दिया।
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योगेश धामा का राजनैतिक सफर
योगेश धामा ने अपना राजनैतिक सफर छात्र संघ से शुरू किया था। जिसके बाद जिला पंचायत सदस्य, फिर जिला पंचायत अध्यक्ष और अब विधायक बन 2022 में एक बार फिर भाजपा से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। बागपत में आरएलडी पार्टी से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत करने वाले योगेश धामा ने जिला पंचायत बागपत पर कब्जा रखा। योगेश धामा खुद दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहे जबकि एक बार उनकी पत्नि रेनू धामा ने 2015 में जिला पंचायत अध्यक्ष पद संभाला।

आरएलडी पर भारी पड़ता है योगेश फैक्टर
बागपत विधानसभा सीट पर जाट-मुस्लिम वोटों को लेकर इतराने वाली आरएलडी पर योगेश धामा भारी पड़ते हैं। इस विधानसभा सीट पर जाट वोटों में योगेश धामा की भारी पकड़ है जिसका फायदा योगेश धामा को मिलता है। आरएलडी के ऐसे भी समर्थक उनके साथ है जो आरएलडी का झंड़ा उठाते है लेकिन जब वोट देने के बात आती है तो योगेश धामा को अपना बेटा बताकर वोट करते हैं। माना जाता है आरएलडी जिन जाट वोटों को अपना बताती है उन वोटों में 30 से 45 प्रतिशत वोटर योगेश धामा का समर्थन करते हैं। यही फैक्टर योगेश धामा को भारी बहुमत से विजयी बनाता हैं।

राजनैतिक समझ ओर जमीनी पर पकड़
योगेश धामा गाजियाबाद जिले के बहेटा के रहने वाले है। बावजूद इसके योगेश धामा की, बागपत में जमीनी पकड़ है। योगेश धामा बागपत जिले में लोगों के सुख दुःख में शामिल होते हैं। उनसे मिलते रहते हैं। योगेश धामा की राजनैतिक समझ और जमीनी पकड़ भी उनको मजबूत बनाती है।



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