मध्य प्रदेश: बिजली कटौती पर कमलनाथ सरकार का बड़ा फैसला, पिछली सरकार के खिलाफ होगी जांच

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मध्य प्रदेश में पिछले दिनों अचानक बिजली गुल होने की शिकायत आयी थी। इस बारे में मशहूर शायर राहत इंदौरी ने भी ट्विटर पर बताया था तो लोगो ने सोशल मीडिया पर कमलनाथ सरकार की खूब खिचाई की थी। अब इस अघोषित बिजली कटौती के लिए कमलनाथ सरकार ने सारा दोष शिवराज सिंह चौहान वाली पिछली भाजपा सरकार पर मढ़ा है। कमलनाथ सरकार ने अघोषित बिजली कटौती के लिए शिवराज सिंह चौहान सरकार में खरीदे गए घटिया बिजली उपकरणों को जिम्मेदार ठहराया है।

जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के मुताबिक पिछली सरकार ने घटिया स्तर के बिजली उपकरण खरीदे थे। वे उपकरण अब खराब हो रहे है यही कारण है कि बार-बार बिजली गुल होने की समस्या आ रही है और बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है।

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जनसंपर्क मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बिजली विभाग में उपकरणों की खरीद में बड़े पैमाने पर भष्टाचार हुआ था। इसके तहत घटिया स्तर के ट्रांसफार्मर, डीपी और तार खरीदे गए जो अब खराब हो रहे हैं जिसके चलते बिजली गुल हो रही है। इसलिए वर्तमान कमलनाथ सरकार ने फैसला किया है कि पिछली सरकार में खरीदे गए घटिया बिजली उपकरणों की अब जांच की जाएगी। इसके साथ ही कमलनाथ सरकार ने फैसला किया है कि दस सालों मे जो भी बिजली से संबंधित उपकरण खरीदे गए है उनकी परफॉर्मेस ऑडिट रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।

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वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा के नरोत्तम दास ने कहा कि कांग्रेस सरकार पहले यह फैसला कर ले कि ट्रांसफर ध्यान दे या ट्रांसफार्मर्स पर। ज्ञात हो कमलनाथ सरकार ने पिछले कुछ दिनों में प्रशासन के कई उच्च अधिकरियों का तबादला किया है। दास ने इसी सम्बन्ध में कमलनाथ सरकार पर तंज किया था।