सीएम खट्टर नहीं देंगे इस्तीफा!

341
सीएम खट्टर नहीं देंगे इस्तीफा!
सीएम खट्टर नहीं देंगे इस्तीफा!

हरियाणा में राम-रहीम बवाल के समय सीएम खट्टर पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार विपक्ष की ओर से बनाया जा रहा था। इस बीच ऐसा लग रहा था कि सीएम खट्टर इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन इस रहस्य से पर्दा उठ गया और अब सीएम खट्टर इस्तीफा नहीं देंगे। जी हाँ, दुष्कर्मी बाबा के समर्थकों ने हरियाणा का महौल हद से ज्यादा खराब कर दिया था, जिसकी वजह से हरियाणा के सीएम पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन अब खुद सीएम ने कहा कि वो इस्तीफा नहीं देंगे।

खबर के मुताबिक, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर राम रहीम मामले में पैदा हुए हालातों की जानकारी दी। जिसके बाद हरियाणा सीएम ने दावा यह किया कि प्रशासन की ओर से बेकाबू हालात को काफी अच्छे से संभाला गया। साथ ही सीएम मनोहर लाल खट्टर ने यह भी कहा कि कोई कानूनी चूक नहीं है, इसलिए कोई इस्तीफ़ा नहीं होगा। और तो और सीएम ने यह भी कहा कि इस मामले में कोई प्रशासनिक फेरबदल भी नहीं होगा।

विपक्ष के दबाव से कोई फर्क नहीं पड़ता- सीएम..

हरियाणा के सीएम ने कहा कि उन्हें विपक्ष के आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। साथ ही सीएम ने विपक्ष द्वारा इस्तीफे की मांग पर भी कहा कि कोई कुछ भी कहे उन्हें फर्क नहीं पड़ता है।

क्या था मामला..

आपको बता दें कि बीते 25 अगस्त को हरियाणा की पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया था, जिसके बाद से ही सिरसा औऱ पंचकूला में डेरा समर्थकों ने जमकर उपद्रव मचाया था, जिसकी वजह से हरियाणा के कई जिलों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया था। इसके बाद से ही हरियाणा के सीएम पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा था।

विपक्ष ने सीएम खट्टर पर साधा था निशाना…

राम-रहीम की घटना के वक्त विपक्ष ने हरियाणा सीएम पर जमकर निशाना साधा था। विपक्ष ने न सिर्फ निशाना साधा था बल्कि सीएम से इस्तीफें की मांग भी किया था। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार ने इस हालात को अच्छे से नहीं संभाला, जिसकी वजह से प्रदेश में ऐसे हालात पैदा हो गए।

बहरहाल, सीएम खट्टर ने मामलें से पर्दा उठाते हुए कहा कि वो इस्तीफा नहीं देंगे। साथ ही सीएम के बयानों पर गौर किया जाए तो यही साफ होता है कि सीएम को विपक्ष से कोई फर्क नहीं पड़ता है, इसके अलावा उन्हें पार्टी के उच्च नेताओं का भी समर्थन है।