LIVE: चक्रवात जवाद का असर, पुरी में तेज हवाएं और बारिश
चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ शनिवार दोपहर तक ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट पहुंचने से पहले गहरे दबाव में तब्दील होकर कमजोर पड़ सकता है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले एक साल में ‘गुलाब’ और ‘यास’ की मार झेल चुके इन पूर्वी तटीय राज्यों को इससे राहत मिलने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया, ‘इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने और अगले 12 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है और इसके बाद यह उत्तर की तरफ ओडिशा के तट की तरफ गहरे दबाव के क्षेत्र के रूप में पुरी के पास जा सकता है।’
बुलेटिन में कहा गया कि इसके बाद ‘जवाद’ के और कमजोर होने और उत्तर-पूर्वोत्तर की तरफ ओडिशा से पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ने के आसार हैं। भुवनेश्वर के मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी यू एस दास ने कहा, ‘यह समुद्र में कमजोर पड़ने के बाद गहरे दबाव के रूप में पुरी के तट से टकरा सकता है।’
17:00 PM – तूफान जवाद का असर शुरू
तूफान जवाद का असर दिखना शुरू हो गया है। भले ही तूफान रविवार को ओडिशा तट से टकराने वाला हो लेकिन पुरी में तेज बारिश शुरू हो गई है। तेज हवाएं भी चल रही हैं। सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की 64 टीमें भी तैनात की गईं हैं।
17:12 PM – पुरी के तटीय क्षेत्रों में कल पहुंचेगा चक्रवात- IMD
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया, ‘इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने और अगले 12 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है और इसके बाद यह उत्तर की तरफ ओडिशा के तट की तरफ गहरे दबाव के क्षेत्र के रूप में पुरी के पास जा सकता है।’
The #JawadCyclone was observed moving northwards in the past 1 hour &will continue the same for the next 12 hours. Weakening trend in the intensity of the cyclone & expected to hit the coastal regions of Puri tomorrow and will weaken gradually: HR Biswas Director IMD Bhubaneshwar pic.twitter.com/lidtqavJjm
— ANI (@ANI) December 4, 2021
17:15 PM – कई ट्रेनें रद्द
भारतीय रेलवे ने साइक्लोन की वजह से 4 और 5 दिसंबर को चलने वाली लगभग 75 ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला किया है. ईस्ट कोस्ट रेलवे ने शनिवार को एक ट्वीट कर इन ट्रेनों की लिस्ट शेयर की है।
17.27 PM – चक्रवात की वजह से परीक्षा स्थगित
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग – राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) और भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) की रविवार को होने वाली प्रवेश परीक्षा, चक्रवात ‘जवाद’ के कारण ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ केंद्रों में स्थगित कर दी गई है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को एक नोटिस में कहा कि यूजीसी-नेट 2020, जून 2021 का परीक्षा कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, ओडिशा के पुरी, भुवनेश्वर, कटक, गंजम जिले के बरहामपुर और रायगढ़ जिले के गुनुपुर केंद्रों के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है।
एनटीए ने कहा कि आईआईएफटी के एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दुर्गापुर; ओडिशा में भुवनेश्वर, कटक और संबलपुर; और आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा तथा विशाखापत्तनम केंद्रों पर स्थगित कर दी गई है। एजेंसी ने कहा कि जिन उम्मीदवारों की परीक्षा उक्त शहरों के परीक्षा केंद्रों में होनी थी, ऐसे उम्मीदवारों के लिए परीक्षा की तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।
हालांकि, उसने कहा कि उम्मीदवारों को यह ध्यान देने की सलाह दी जाती है कि परीक्षा का स्थगन केवल उक्त शहरों पर लागू होता है, वहीं ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के अन्य सभी शहरों में परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी। एनटीए ने कहा कि ताजा जानकारियों के लिए उम्मीदवार एजेंसी की वेबसाइट देख सकते हैं और किसी तरह की पूछताछ के लिए हेल्पडेस्क या ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं।
17.53 PM – केंद्रीय मंत्री ने की समीक्षा
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को चक्रवात जवाद से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल द्वारा की गई व्यवस्था और तैयारियों की समीक्षा की। इस सम्मेलन में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), फिक्की, एसोचैम और पीएचडी चैंबर्स जैसे उद्योग मंडलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
गोयल ने इस दौरान सभी हितधारकों के सुझावों के जरिये इस प्राकृतिक आपदा के प्रभावी तरीके से प्रबंधन के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। गोयल ने कहा कि आपदा प्रबंधन और बचाव तथा प्रभावित लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) आवश्यक है।एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गोयल ने कहा कि हमें अपनी क्षमताओं का लगातार अद्यतन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘चक्रवात के प्रभाव से निपटने को बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों में भी तैयारियों की जरूरत है।”
चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ शनिवार दोपहर तक ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट पहुंचने से पहले गहरे दबाव में तब्दील होकर कमजोर पड़ सकता है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले एक साल में ‘गुलाब’ और ‘यास’ की मार झेल चुके इन पूर्वी तटीय राज्यों को इससे राहत मिलने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया, ‘इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने और अगले 12 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है और इसके बाद यह उत्तर की तरफ ओडिशा के तट की तरफ गहरे दबाव के क्षेत्र के रूप में पुरी के पास जा सकता है।’
बुलेटिन में कहा गया कि इसके बाद ‘जवाद’ के और कमजोर होने और उत्तर-पूर्वोत्तर की तरफ ओडिशा से पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ने के आसार हैं। भुवनेश्वर के मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी यू एस दास ने कहा, ‘यह समुद्र में कमजोर पड़ने के बाद गहरे दबाव के रूप में पुरी के तट से टकरा सकता है।’
17:00 PM – तूफान जवाद का असर शुरू
तूफान जवाद का असर दिखना शुरू हो गया है। भले ही तूफान रविवार को ओडिशा तट से टकराने वाला हो लेकिन पुरी में तेज बारिश शुरू हो गई है। तेज हवाएं भी चल रही हैं। सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की 64 टीमें भी तैनात की गईं हैं।
17:12 PM – पुरी के तटीय क्षेत्रों में कल पहुंचेगा चक्रवात- IMD
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया, ‘इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने और अगले 12 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है और इसके बाद यह उत्तर की तरफ ओडिशा के तट की तरफ गहरे दबाव के क्षेत्र के रूप में पुरी के पास जा सकता है।’
The #JawadCyclone was observed moving northwards in the past 1 hour &will continue the same for the next 12 hours. Weakening trend in the intensity of the cyclone & expected to hit the coastal regions of Puri tomorrow and will weaken gradually: HR Biswas Director IMD Bhubaneshwar pic.twitter.com/lidtqavJjm
— ANI (@ANI) December 4, 2021
17:15 PM – कई ट्रेनें रद्द
भारतीय रेलवे ने साइक्लोन की वजह से 4 और 5 दिसंबर को चलने वाली लगभग 75 ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला किया है. ईस्ट कोस्ट रेलवे ने शनिवार को एक ट्वीट कर इन ट्रेनों की लिस्ट शेयर की है।
17.27 PM – चक्रवात की वजह से परीक्षा स्थगित
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग – राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) और भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) की रविवार को होने वाली प्रवेश परीक्षा, चक्रवात ‘जवाद’ के कारण ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ केंद्रों में स्थगित कर दी गई है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को एक नोटिस में कहा कि यूजीसी-नेट 2020, जून 2021 का परीक्षा कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, ओडिशा के पुरी, भुवनेश्वर, कटक, गंजम जिले के बरहामपुर और रायगढ़ जिले के गुनुपुर केंद्रों के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है।
एनटीए ने कहा कि आईआईएफटी के एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दुर्गापुर; ओडिशा में भुवनेश्वर, कटक और संबलपुर; और आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा तथा विशाखापत्तनम केंद्रों पर स्थगित कर दी गई है। एजेंसी ने कहा कि जिन उम्मीदवारों की परीक्षा उक्त शहरों के परीक्षा केंद्रों में होनी थी, ऐसे उम्मीदवारों के लिए परीक्षा की तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।
हालांकि, उसने कहा कि उम्मीदवारों को यह ध्यान देने की सलाह दी जाती है कि परीक्षा का स्थगन केवल उक्त शहरों पर लागू होता है, वहीं ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के अन्य सभी शहरों में परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी। एनटीए ने कहा कि ताजा जानकारियों के लिए उम्मीदवार एजेंसी की वेबसाइट देख सकते हैं और किसी तरह की पूछताछ के लिए हेल्पडेस्क या ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं।
17.53 PM – केंद्रीय मंत्री ने की समीक्षा
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को चक्रवात जवाद से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल द्वारा की गई व्यवस्था और तैयारियों की समीक्षा की। इस सम्मेलन में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), फिक्की, एसोचैम और पीएचडी चैंबर्स जैसे उद्योग मंडलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
गोयल ने इस दौरान सभी हितधारकों के सुझावों के जरिये इस प्राकृतिक आपदा के प्रभावी तरीके से प्रबंधन के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। गोयल ने कहा कि आपदा प्रबंधन और बचाव तथा प्रभावित लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) आवश्यक है।एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गोयल ने कहा कि हमें अपनी क्षमताओं का लगातार अद्यतन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘चक्रवात के प्रभाव से निपटने को बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों में भी तैयारियों की जरूरत है।”