अब क्या सियासी मोड़ लेगी महाराष्ट्र की राजनीति ?

460
महाराष्ट्र की राजनीति
अब क्या सियासी मोड़ लेगी महाराष्ट्र की राजनीति ?

महाराष्ट्र में फिर से मुख्यमंत्री पद के लिए धमसान शुरू हुआ, जहां शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्य मंत्री के तोर पर और अजीत पवार ने उप – मुख्यमंत्री की शपथ ली थी तो यह प्रतीत हुआ की आखिरकार महाराष्ट्र में स्थिर सरकार बनगई। लेकिन एक बार फिर महाराष्ट्र में बबाल मच गया।

ssLJLM -

महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपनी सरकार बना तो ली लेकिन बहुमत कैसे साबित कर पायेगी। एनसीपी नेता नवाब मलिक के अनुसार 54 में से 53 विधायक एकजुट हो गए है। अजित पवार ने गलती की है और गलती सुधारने के लिए वे तुरंत इस्तीफा दें, उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के पास बहुमत नहीं है। अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा देना चाहिए, नहीं तो सदन के पटल पर सरकार को गिराया जाएगा।

रविवार को मुंबई में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच ‘महा विकास आघाड़ी’ में अपनी पार्टियों के विधायकों के साथ ‘क्रॉस-मीटिंग’ की। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने नवाब मलिक के साथ होटल रेनेसां में अपने पार्टी विधायकों से मुलाकात की और बाद में शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं सुभाष देसाई और एकनाथ शिंदे भी इस बैठक में शिरकत ली।

एनसीपी विधायक नितिन पवार मुंबई लौट आए थे। खबर अनुसार एनसीपी विधायक अनिल पाटील औए दौलत दरौडा की वापसी पार्टी में हो गयी है। एनसीपी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने साथ इन विधयकों को मुंबई ले गए है।

यह भी पढ़ें : आखिरकार बन ही गई महाराष्ट्र में सरकार !

ऐसा राजनीतिक संकट का सामना महाराष्ट्र ने पहले कभी नहीं किया। किसने किसको धोखा दिया किसने छल का सहारा लेकर सरकार बनाया आखिर ऐसा क्या हुआ की पहले बीजेपी पीछे हट गयी थी और अब महाराष्ट्र में सरकार बना ली यह मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है और सुनवाई हो रही देखना दिलचस्प होगा की महाराष्ट्र का यह सियासी मोड़ किस तरफ रुख लेता है और किसके पक्ष में फैसला आता है।