मुफ्त वैक्सीन के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं ममता बनर्जी, कहा- सभी को फ्री में मिले टीका

199
मुफ्त वैक्सीन के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं ममता बनर्जी, कहा- सभी को फ्री में मिले टीका

मुफ्त वैक्सीन के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं ममता बनर्जी, कहा- सभी को फ्री में मिले टीका

पश्चिम बंगाल में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी ममता बनर्जी की तकरार केंद्र सरकार के साथ लगातार जारी है। कोरोना महामारी पर केंद्र के काम को लेकर लगातार ममता सवाल उठाती रहती हैं। कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी ने पूरे देश में मुफ्त टीका देने की बात कही थी। अब ममता बनर्जी सरकार टीको के मुफ्त वितरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने आज उच्चतम न्यायालय से कहा कि एक समान टीकाकरण की नीति होनी चाहिए, बता दें कि ममता बनर्जी की सरकार ने राज्य में फ्री वैक्सीन देने की घोषणा की है।

बंगाल का कहना है कि टीका उपलब्ध कराने के लिए केंद्र को तत्काल कदम उठाने चाहिए और ये टीके राज्यों को मुफ्त में दिए जाने चाहिए। बंगाल ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले अपने हलफनामे में कहा, “राज्यों को वैक्सीन की कीमतों पर व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने और मोलभाव करने के लिए नहीं कहा जा सकता है। राज्यों को टीके के लिए धन आवंटित करने के लिए मजबूर किया जाएगा, जो पहले से ही महामारी के कारण जूझ रहे स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर एक गंभीर प्रभाव होगा।”

इस सप्ताह की शुरुआत में, सर्वोच्च न्यायालय ने वैक्सीन की कीमत के बारे में सवाल उठाए थे और केंद्र को अपनी नीति को फिर से जारी करने का निर्देश दिया था, यह कहते हुए कि यह अराजकता का कारण होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकारों को प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और नए वैक्सीन निर्माताओं के लिए आकर्षक बनाने के आधार पर निर्माताओं के साथ बातचीत करने के लिए मजबूर किया जाएगा।

कोर्ट ने कहा, “प्रथम दृष्टया, अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार (जिसमें स्वास्थ्य का अधिकार भी शामिल है) के अनुरूप तरीके से आगे बढ़ने की तर्कसंगत विधि केंद्र सरकार को सभी टीकों की खरीद और वैक्सीन निर्माताओं से कीमत पर बातचीत करने के लिए होगी।”

“एक राष्ट्र, एक पार्टी, भाजपा के नेता हर समय चिल्लाते हैं, लेकिन जीवन बचाने के लिए वे वैक्सीन के लिए एक मूल्य नहीं रख सकते हैं। प्रत्येक भारतीय को उम्र, जाति, पंथ, स्थान की परवाह किए बिना नि: शुल्क वैक्सीन की आवश्यकता है। भारत सरकार को एक मूल्य तय करना चाहिए।” ममता बनर्जी ने पिछले महीने य़ह ट्वीट किया था।

टीके की अलग-अलग नीति

वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों ने वैक्सीन को अलग-अलग कीमत पर राज्यों को बेचने का फैसला किया है सीरम ने कहा कि वे राज्य सरकारों को 300 रुपये में कोविशील्ड बेचेंगे, जबकि इंडिया बायोटेक ने बताया है कि को-वैक्सीन की खुराक 400 रुपये प्रति होगी। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि राज्य सरकार से वैक्सीन की कीमत लेना सही नहीं है। केंद्र सरकार को इस मामले में एक समान नीति अपनानी चाहिए ताकि राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन मिल सके और वह राज्य के लोगों को मुफ्त में ही इसे दे सकें। राज्य ने टीकों की कीमत में असमानता के बारे में सवाल उठाए हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही मामले पर केंद्र से जवाब मांगा है।

यह भी पढ़े: शरीर में इम्युनिटी पावर कैसे बढ़ाए?

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.

Source link