बीच चौराहे पर पेड़ से हाथ बांधकर बेल्ट से पीटता रहा पति और तमाशाई बनी रही भीड़

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अभी कुछ दिन पहले ही महिला दिवस बीता है, मगर बड़े-बड़े भाषणों में की गयी बातें अलग हैं, और ज़मीनी हकीकत ज़मीन में नज़रे गढ़ा देने को मजबूर कर देती है. ये वीडियो दिल्ली के नजदीक़ का है, लेकिन फरमान पंचायत का है. महाभारत में भी मर्दों की भरी सभा में एक औरत का चीरहरण हुआ था और इक्कीसवीं सदी में भी मर्द मूक दर्शक है.

ये वाकया हिन्दुस्तान की राजधानी दिल्ली से मात्र 60 किलोमीटर दूर बुलंदशहर का है. यहाँ एक महिला को उसके पति ने बेल्ट से पीटा. महिला चीखती चिल्लाती रही, बचने की कोशिश करती रही, लेकिन पति ने उसके दोनों हाथों को पेड़ से बांध रखा था. महिला के पास खुद को बचाने का कोई चारा नहीं था. हर चोट के साथ महिला चिल्लाती, बचाने की गुहार लगाती, लेकिन उसकी कोई सुनने वाला नहीं था. बुलंदशहर के स्याना इलाके में जिस वक्त ये वाकया हो रहा था वहाँ लगभग 50 से 60 लोग, जिसमें ज्यादातर मर्द थे. मर्दों की भीड़ इस वाकये को देख तो रही थी, लेकिन किसी ने भी इस घटना को रोकने की कोशिश नहीं की थी.

मामला बस इतना ही नही है. जब उस महिला का पति उसे इतनी बेदर्दी से मार रहा था तो कुछ लोग मुस्कुरा रहे थे, कुछ वीडियो बना रहे थे, जबकि कुछ पंचायत के आदेश की तामील को बड़े इत्मीनान होकर देख रहे थे. दरअसल गांव के एक पंचायत ने महिला को पीटने का आदेश दिया था. महिला के पति को शक था कि उसकी पत्नी का किसी और से संबंध है. गांव की पंचायत ने उस पर आरोप लगाये और उस पर पीटने का फैसला सुना दिया. लोगों द्वारा बनाया गया ये वीडियो वीभत्स है.

ये वीडियो सोशल मीडिया पर एक सप्ताह से लगातार वायरल हो रहा है . स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि जिस चीज़ से महिला को पीटा जा रहा था वो बेल्ट ना होकर साइकिल का ट्यूब है. पिटाई खत्म होते-होते महिला बेहोश हो गई और बंधे हुए हाथों के बल पेड़ से लटक गई.

जब ये वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने महिला से बात कर एक केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने केस में महिला के पति, ग्राम प्रधान और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अब इस घटना की जांच कर रही है. स्थानीय मीडिया में चर्चा यह भी है कि महिला बिना बताए घर से चली गई थी. इस बात को लेकर उसका पति और उसके घरवाले बेहद खफा थे.