MP News: इलाज में आठ करोड़ का खर्च भी नहीं बचा सका कोरोना संक्रमित किसान की जान, शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार, इलाके में पसरा मातम

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MP News: इलाज में आठ करोड़ का खर्च भी नहीं बचा सका कोरोना संक्रमित किसान की जान, शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार, इलाके में पसरा मातम

रीवा
मध्य प्रदेश में रीवा के मऊगंज तहसील क्षेत्र अंतर्गत रकरी गांव के किसान धर्मजय सिंह का कोरोना संक्रमण के चलते गुरुवार को निधन हो गया। इसके बाद से समूचे विंध्य क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है। धर्मजय सिंह विंध्य क्षेत्र के प्रगतिशील किसान थे। उन्होंने तकरीबन 200 एकड़ भूमि में खेती करते हुए अपना एक अलग नाम बनाया था मगर कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के चलते उनकी जान चली गई।

धर्मजय सिंह के इलाज में परिवार ने 8 करोड़ रुपये खर्च किए। इलाज का खर्च जुटाने में करीब 50 एकड़ जमीन बेचनी पड़ी। मऊगंज तहसील क्षेत्र में रकरी गांव के निवासी धर्मजय सिंह अप्रैल 2021 में कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। उन्हें इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें बाहर रेफर कर दिया। परिजन उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में लेकर गए जहां आठ महीने तक जिंदगी से जंग लड़ने के बाद वह स्वर्ग सिधार गए।

धर्मजय सिंह विंध्य क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों में शामिल थे। उनके पास करीब 200 एकड़ जमीन थी जिसमें वह स्ट्रॉबेरी और गुलाब की खेती करते थे। खेती में नए-नए प्रयोगों के चलते वे राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हो चुके थे। पिछले साल 26 जनवरी को रीवा में ध्वजारोहण करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी धर्मजय सिंह का सम्मान किया था।

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धर्मजय सिंह लोगों की काफी मदद करते थे। कोविड संक्रमण के दौरान उन्होंने राहगीरों और गरीबों की काफी मदद की थी। वे क्षेत्र के लोगों को रोजगार का मौका भी मुहैया कराते थे। इलाज के दौरान परिवार के लोगों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मध्य प्रदेश सरकार से अस्पताल का 50 फ़ीसदी बिल वहन करने की अपील की थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इलाज के लिए सरकार की तरफ से केवल चार लाख रुपये की आर्थिक मदद मिली। परिजन जमीन बेचकर ही उनका इलाज कराते रहे।

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उनकी मौत के बाद गुरुवार शाम तक पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम पहुंचने की संभावना थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जानकारी के मुताबिक उनके पार्थिव शरीर को चेन्नई से मुंबई और फिर जबलपुर लाने का प्लान था। इसके बाद सड़क मार्ग से शव को रकरी ले जाना था, लेकिन इसमें बदलाव किया गया है। अब उनका पार्थिव शरीर चेन्नई से मुंबई होते हुए बनारस और वहां से उनके गृह ग्राम लाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को रकरी में किया जाएगा

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