महागठबंधन की रैली में 24 साल बाद साथ नजर आये मुलायम-मायावती

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एक दूसरे के धुर विरोधी रहे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती आज महागठबंधन की रैली में एक दूसरे का हाथ थामे नजर आये. इस रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुलायम सिंह के लिए वोट भी माँगा. इस रैली के साथ ही मुलायम और मायावती का 24 साल तक एक दूसरे के साथ मंच पर न आने का रिकॉर्ड टूट गया.

इस रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने दोनों प्रमुख राष्ट्रीय पार्टियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी ने सरकार बनने के 100 दिन के अंदर ही काला धन वापस लाने का वादा किया था. और कहा था कि हर भारतवासी को 15 लाख रूपये मिलेंगे. उन वादों का क्या हुआ. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अब कांग्रेस ‘न्याय’ स्कीम लेकर आई है. इसके ज़रिये लोगो को थोड़ी मदद मिलेगी जिससे कुछ भी नही होने वाला है.

mayawat i mulayam singh -

उन्होंने नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता का दुरूपयोग करके अपनी जाति को पिछडो में डलवाया था. अपनी पिछली गलतियों के कारण ही बीजेपी चुनाव हारी है और अब ये लोग चौकीदार की बात कर रहे हैं, भाजपा के सारे चौकीदार मिलकर जितना भी जोर लगा लें, वे हार जायेंगे.

इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम मायावती जी के आभारी है क्योंकि वो चुनाव प्रचार के लिए मैनपुरी आयीं. हम मायावती जी का सम्मान करते हैं और कार्यकर्ता भी उनका सम्मान करें यही इच्छा है हमारी. आपको बताते चलें कि सपा-बसपा गठबंधन से मुलायम सिंह यादव मैनपुरी सीट से प्रत्याशी हैं.