Mumbai News: बीजेपी के खिलाफ उत्तर भारतीयों को लामबंद करने में जुटे निरुपम

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Mumbai News: बीजेपी के खिलाफ उत्तर भारतीयों को लामबंद करने में जुटे निरुपम

हाइलाइट्स

  • संजय निरुपम उत्तर भारतीयों को कांग्रेस के पक्ष में लामबंद करने में जुटे
  • मुंबई कांग्रेस और उत्तर भारतीय सभा के बैनर तले सम्मेलन का आयोजन
  • उत्तर भारतीय पंचायत नाम से भी उत्तर भारतीयों को अपने साथ जोड़ने की कवायद

मुंबई
आगामी बीएमसी चुनावों उत्तर भारतीय वोटों के असाधारण महत्व को देखते हुए अब मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम उत्तर भारतीयों को कांग्रेस के पक्ष में लामबंद करने में जुट गए हैं। निरुपम की पहल पर गत शनिवार को आरे में उत्तर भारतीयों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मुंबई के उत्तर भारतीय समाज के जाने-माने लोग मौजूद थे। मुंबई कांग्रेस और उत्तर भारतीय सभा के बैनर तले आयोजित किए गए इस सम्मेलन में मुंबई कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए।

बता दें कि मुंबई कांग्रेस ने पिछले दिनों उत्तर भारतीय पंचायत नाम से उत्तर भारतीयों को अपने साथ जोड़ने की कवायद शुरू की है। उसी के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। दिवाली स्नेह सम्मेलन के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और कार्याध्यक्ष चरण सिंह सप्रा सहित बड़ी संख्या में सभी जाति-धर्म के उत्तर भारतीय नेता उपस्थित रहे।

इस दौरान उत्तर भारतीय सभा के जयप्रकाश सिंह, शिवजी सिंह, वीरेंद्र उपाध्याय, बृजमोहन शर्मा, अजय श्रीवास्तव, उमाकांत अग्नीहोत्री, डॉ. अजंता यादव, पूर्व नगरसेवक राजपति यादव, राजेश शर्मा, डॉ. बाबूलाल सिंह, राजेंद्र प्रसाद सिंह, शिवा विश्वकर्मा, देवेंद्र तिवारी, सूरज ठाकुर सहित बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय समाज के लोग शामिल थे। कार्यक्रम में निरुपम के नेतृत्व में उत्तरभारतीय समाज को कांग्रेस के साथ लामबंद करने की चर्चा भी चली। क्योंकि इन दिनों निरुपम के अलावा दूसरा कोई बड़ा उत्तरभारतीय चेहरा है ही नहीं।

बीजेपी को उसी के दांव से मात देगी कांग्रेस
पूर्व विधायक एवं मुंबई मनपा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजहंस सिंह को बीजेपी ने विधान परिषद का उम्मीदवार बनाकर स्पष्ट कर दिया है कि मुंबई मनपा चुनाव में वह उत्तर भारतीयों पर दांव खेलने जा रही है। दूसरी ओर कांग्रेस ने भी बीजेपी को उसी के दांव से मात देने की रणनीति अख्तियार की है। इसी रणनीति के तहत कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह मुंबई मनपा चुनाव में उत्तर भारतीयों को ज्यादा संख्या में उम्मीदवारी देने वाली है।

अब संजय निरुपम के खुलकर संगठन को मजबूत करने की कवायद से कांग्रेस में नई संजीवनी आई गई है। दरअसल कांग्रेस के रणनीतिकारों को पता चल गया है कि बीजेपी चाहकर भी एक सीमा से अधिक उत्तर भारतीयों को मुंबई मनपा चुनाव में उम्मीदवारी नहीं दे पाएगी। लिहाजा यदि कांग्रेस अपनी वर्तमान सीटों को बचाकर कुछ नई सीटें जीतने में सफल होती है, तो फरवरी 2022 में होने वाले मुंबई मनपा चुनाव के बाद कांग्रेस का शहर में उप-महापौर बनना तय है।

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