Nawab Malik VS Sameer Wankhede: दोहरी पहचान वाला है वानखेड़े परिवार, हिंदू धर्म से नौकरी हासिल की और मुस्लिम धर्म से मां की प्रॉपर्टी!

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Nawab Malik VS Sameer Wankhede: दोहरी पहचान वाला है वानखेड़े परिवार, हिंदू धर्म से नौकरी हासिल की और मुस्लिम धर्म से मां की प्रॉपर्टी!

हाइलाइट्स

  • नवाब मलिक ने लगाया समीर वानखेड़े परिवार पर नया आरोप
  • नवाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े परिवार ने दोहरी पहचान बनाकर रखी
  • हिंदू धर्म से नौकरी हासिल की और मुस्लिम धर्म से मां की प्रॉपर्टी
  • मलिक ने इस फर्जीवाड़े के सबूत को भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है

मुंबई
महाराष्ट्र की कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेडे और उनके परिवार पर दोहरी पहचान रखने का आरोप लगाया है। मलिक ने कहा कि पूरे परिवार ने दोहरी पहचान के दस्तावेज बना रखे हैं। जिसमें हिंदू धर्म से संबंधित जरूरत पड़ने पर हिंदू वाला सर्टिफिकेट लगाते हैं और मुस्लिम धर्म से संबंधित जरूरत पड़ने पर मुस्लिम होने वाला सर्टिफिकेट पेश करते हैं।

नवाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े परिवार की तरफ से माननीय अदालत में साल 2002 के फरवरी महीने में बना हुआ वह हलफनामा भी पेश किया गया है। जिसमें यह लिखा है कि ज्ञानदेव वानखेड़े की पत्नी जाहिदा ने हिंदू धर्म अपना लिया है।

गजट में नहीं जिक्र
नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि सिर्फ हलफनामे में यह बता देना कि किसी मुस्लिम महिला ने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया है यह पर्याप्त सबूत नहीं होता है। इसके लिए बकायदा गजट करवाना पड़ता है और इसकी जानकारी सबको देनी पड़ती है। सरकारी रिकॉर्ड में सारी चीजें दर्ज की जाती हैं। इस तरह का कोई भी काम ज्ञानदेव वानखेड़े ने नहीं किया है। वानखेड़े परिवार जीवन में तो मुसलमान बना रहा लेकिन सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए कागज में हेराफेरी करके खुद को हिंदू धर्म का व्यक्ति बताया।

दुबई से लौटने के बाद नवाब मलिक ने एक बार फिर से समीर वानखेड़े और उनके परिवार पर निशाना साधा है। मलिक ने ट्वीट करके कुछ और दस्तावेज पेश किए हैं। जिनमें मलिक का दावा है कि समीर वानखेडे की मां जाहिदा ज्ञानदेव वानखेड़े के अंतिम संस्कार के दौरान उनका धर्म मुस्लिम बताया गया है जबकि सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए और अन्य दस्तावेजों में खुद को हिंदू बताया गया है।

मलिक ने ट्वीट में लिखा है एक और फर्जीवाड़ा, अंतिम संस्कार के लिए मुसलमान और सरकारी दस्तावेज के लिए हिंदू? धन्य है दाऊद ज्ञानदेव

जाहिदा को ओशिवारा कब्रिस्तान में दफनाया गया
नवाब मलिक का दावा है कि समीर वानखेड़े की मां जाहिदा को मुंबई स्थित ओशिवारा के कब्रिस्तान में दफनाया गया था। जाहिदा की मौत के बाद वानखेड़े परिवार ने मौत से जुड़े हुए दो दस्तावेज बनाए थे। पहले दस्तावेज में जाहिदा को हिंदू धर्म का बताया गया जबकि दूसरे दस्तावेज में जाहिदा का धर्म मुस्लिम लिखा है।

जाहिदा की मौत 16 अप्रैल 2015 को हुई थी। 16 अप्रैल 2015 को बनाए गए दस्तावेज में जाहिदा का धर्म मुस्लिम लिखाया गया। जबकि दूसरे दस्तावेज में उनका धर्म हिंदू लिखा है, यह दस्तावेज 17 अप्रैल 2015 को बनवाया गया था। मलिक ने दावा किया है कि वानखेड़े परिवार में जाहिदा की मौत के बाद भी फर्जीवाड़ा किया और दो अलग-अलग दस्तावेज बनवाए।

वानखेड़े का एक्सटॉर्शन रैकेट
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लोगों को फर्जी तरीके से फंसाने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि समीर वानखेड़े लोगों को फंसा कर उनसे उगाही करते हैं। इसके लिए उन्होंने बाकायदा अपनी एक प्राइवेट आर्मी भी बना रखी है। जो बॉलीवुड सेलिब्रिटी और बड़े घरों के बच्चों को अपना निशाना बनाते हैं। ताकि उन्हें ड्रग्स के झूठे मामले में फंसा कर मोटी उगाही की जा सके।

हज़ार करोड़ की उगाही
आर्यन खान ड्रग्स मामले के बाद नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर निशाना साधना शुरू किया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि जब कोरोना काल के दौरान जब पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री मालदीव और दुबई में थी। तब समीर वानखेड़े भी मालदीव गए थे और वहां उन्होंने बॉलीवुड सेलिब्रिटीज से जमकर उगाही की थी। यह उगाही तकरीबन एक हजार करोड़ से भी ज्यादा की थी।

समीर वानखेड़े के खिलाफ जांच
फिलहाल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई के जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ एक तरफ जहां खुद उनका ही विभाग उनके ऊपर लगाए गए तमाम आरोपों, खास तौर पर उगाही के आरोपों की जांच कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ मुंबई पुलिस द्वारा गठित एसआईटी भी समीर वानखेड़े के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी हुई है। आने वाले समय में समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं।

नवाब मलिक बनाम समीर वानखेड़े

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