NDA vs Twitter: बढ़ सकता है टकराव, स्वदेशी Koo App पर स्विच हुए एक और BJP नेता

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NDA vs Twitter: बढ़ सकता है टकराव, स्वदेशी Koo App पर स्विच हुए एक और BJP नेता

नई दिल्ली: विदेशी हस्तियों द्वारा भारत की छवि खराब करने और भ्रामक सूचनाएं वायरल करने लिए सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर (Twitter) के प्रयोग के बाद भारत सरकार ने सख्त रुख अपना रखा है. कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के खिलाफ चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बारे में गलत जानकारी फैलाने को लेकर केंद्र सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए ट्विटर (Twitter) को भड़काऊ कंटेंट फैलाने वाले 1178 पाकिस्तानी-खालिस्तानी अकाउंट को हटाने का निर्देश दिए थे जिस पर ट्विटर ने सरकार को जवाब दे दिया है. दूसरी तरफ अब भारत में ट्विटर के विकल्प के तौर पर स्वदेशी प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देने की भी चर्चा तेज है.

ट्विटर के विकल्प पर चर्चा तेज
ट्विटर (Twitter) के विकल्प के तौर पर माइक्रोब्लॉगिंग साइट Koo App पर तेजी से लोग स्विच कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पहले ही कू एप पर अपना अकाउंट बनाने की जानकारी दे चुके हैं. गोयल के अलावा कई अन्य मंत्रियों ने भी कू एप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है.

अब बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी कू पर अकांट बनाए जाने की जानकारी दी है. संबित पात्रा ने ट्वीट किया है, ‘मित्रो अब मैं Koo पर हूं.’ उन्होंने यहां अपने अकाउंट का लिंक भी शेयर किया है. बता दें, कू ने आत्मनिर्भर भारत एप्लीकेशन चैलेंज में भी हिस्सा लिया था. Koo एप की चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मन की बात कार्यक्रम में भी कर चुके हैं.

ट्विटर को बीएल संतोष का जवाब
ट्विटर (Twitter) ने बताया है कि किसी भी मीडिया संस्थान, पत्रकार या एक्टिविस्ट के अकाउंट बैन नहीं किए गए हैं. ट्विटर ने कहा, ‘किसी भी मीडिया संस्थान, पत्रकार, एक्टिविस्ट और नेता के अकाउंट के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है. भारतीय कानून के तहत अभिव्यक्ति की आजादी के अंतर्गत उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार है.’ इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया है, ‘आप कह रह हैं कि आप मंच हैं. फिर आप तय करें कि क्या हटाना है और क्या नहीं. आपको लॉ ऑफ लैंड के मुताबिक एक्ट करना होगा. आपके अपने नियम नहीं हो सकते, देश संविधान पर आधारित है न कि कुछ कॉर्पोरेट नियमों पर.’

ट्विटर ने भारत सरकार के साथ बीतचीत का अनुरोध किया था लेकिन इससे पहले ही ट्विवटर के ब्लॉग ने गतिरोध और बढ़ा दिया है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने कहा है कि, ट्विटर के अनुरोध पर मंत्रालय के सचिव ट्विटर के वरिष्ठ प्रबंधन के संपर्क में थे लेकिन इससे पहले ही ट्विटर की प्रतिक्रिया असामन्य है. सरकार जल्द ही इसका जवाब देगी.

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