Nirbhaya Case: फांसी से बचने के लिए वकील ने विनय को मानसिक रोगी बताया

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Nirbhaya Case
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निर्भया केस वो घटना जिसको सोचकर हर किसी की रूह कांप जाती है. इस केस में न्याय की आस लगाए बैठे देश के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर आई कि निर्भया के दोषियों के लिए डेथ वॉरंट जारी हो गया है. लेकिन फांसी से बचने के लिए जितने भी पंतरे हैं दोषी सब अपनाने की कोशिश में लगे हुए है.
उसके वकील SP सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दायर कर विनय को मानसिक रोगी बताया. इसके साथ ही यह भी कहा कि उसके सिर में गंभीर चोट और हाथ में फ्रैक्चर है, नियम के अनुसार उसका पहले अस्पताल में इलाज कराना चाहिए.

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इसके बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने लिखित में चारों दोषियों को सूचना जारी करते हुए कहा है कि अंतिम मुलाकात जब करनी हो तो , परिवार और जेल प्रशासन को बता दें. वैसे मुकेश और पवन अंतिम मुलाकात कर चुके हैं.
इससे पहले दोषियों की फांसी रोकने के लिए उनके वकील ने चुनाव आयोग में अर्जी लगाते हुए कहा था कि जब दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने 29 जनवरी को राष्ट्रपति के पास विनय की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की तो वो ना तो मंत्री थे और ना ही विधायक.

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चारों दोषियों को 3 मार्च सुबह छह बजे फांसी दी जाएगी. इसके लिए कोर्ट ने डेथ वारंट जारी कर दिया है. . यह मामला दिसंबर 2012 में राष्ट्रीय राजधानी में 23 वर्षीय एक महिला के साथ दुष्कर्म और हत्या से जुड़ा हुआ है. दोषियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी देने का आदेश जारी किया गया है. लेकिन उनके वकील ने बयान दिया कि अभी फांसी नहीं होगी.