मुंबई में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं!

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मुंबई में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं
मुंबई में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं

देश-प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की बात जोरों से की जा रही है, लेकिन महिला सशक्तिकरण के तमाम दावे तब खोखले साबित हो जाते हैं, जब सरेआम कोई मनचला एक लड़की या महिला के साथ छेड़छाड़ करता है। देश में महिलाओं से संबंधित अपराध लगातार बढ़ते ही जा रहे है। देश-प्रदेश की सरकारें चाहें जितना भी दावा कर लें महिला को सुरक्षा देने के लिए लेकिन सरकार के तमाम दावे खोखले साबित हो जाते है।

हाल ही में चंडीगढ़ में युवती के साथ छेड़छाड़ हुई है। यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित माना जाने वाले शहर मुंबई में आधी रात को एक महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। बिना किसी डर के आरोपी महिला की कार का पीछा करता रहा और आधी रात को पीड़िता महिला के घर भी पहुंच गया। इस मामले में मुंबई पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया है, पर इस मामले के बाद मुंबई में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल जरूर खड़े हो गए हैं। घटना के बाद पीड़िता ने फेसबुक पर अपनी आपबीती लिखी, जो इस प्रकार है..

पीड़िता के फेसबुक पेज पर लिखी घटना

मुझे हमेशा से मुंबई में सेफ लगता रहा है, जबकि दिल्ली में डर लगता है। पर कल रात मेरे साथ ही कुछ अलग हो गया जिससे लगा कि अब ये शहर भी सेफ नहीं है। हम दो महिला और दो बच्चे कार में थे और लगातार एक शख्स हमारा पीछा करता रहा और वो आधी रात में घर तक पहुंच गया। उसकी आंखो में कोई डर भी नहीं था कि सीसीटीवी में उसकी तस्वीर आ जायेगी। पुलिस का भी डर नहीं था। कार में आराम से पीछा करने के बाद वो रुका और तस्वीर भी खींचता रहा।

आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर यह घटना मुंबई के अंधेरी इलाके में रहने वाली पीड़ित महिला ने लिखा है। वो साफ कह रही है कि कैसे एक मनचलें ने उसकी कार का पीछा किया और देर रात घर तक पहुंच गया। हिम्मत दिखाते हुए पीड़िता ने आरोपी लड़के की फोटो भी खींची। जिसे पीड़ित लड़की ने सोशल मीडिया पर भी डाला है। पुलिस शिकायत के बाद कार की नंबर प्लेट की जानकारी निकालने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने इस मामलें में बड़ी सफलता हासिल की है, पुलिस ने आरोपी को धरधबोचा है, लेकिन मुंबई एक ऐसा शहर है, जहाँ की महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करती है, लेकिन इस तरह की होने वाली घटनाओं से क्या महिलाएं खुद को अब सुरक्षित महसूस कर सकेंगी? देश-प्रदेश में महिलाओं को आगें बढ़ाने की मुहिम चल रही है, लेकिन इस तरह के अपराधों से देश कब मुक्त होगा, ऐसे सवालों पर देश की सरकार खामोश हो जाती है।