ओलंपिक रोचक तथ्य: मशाल जलाने की शुरूआत और कारण ? ( Olympic Interesting Facts: Origin and Reasons of Olympic flame)
ओलंपिक खेलों का अपना विशेष महत्व है. यह खेलों का सबसे बड़ा महाकुंभ माना जाता है. ये खेल प्रत्येंक 4 वर्ष बाद कराए जाते हैं. जिसमें कई देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं.कोरोना वायरस के कारण 2020 के ओलंपिक खेलों को कुछ समय के लिए टाल दिया गया था. जो अब इस साल जापान के टोक्यो में होगें. 2020 की बजाय 2021 में होने वाले ओलंपिक खेलों की शुरूआत 23 जुलाई से होगी. अगर इन खेलों के समापन की बात करें, तो इनका समापन 8 अगस्त को होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खेलों के महाकुभ से संबंधित कई रोचक तथ्य भी हैं. ऐसे ही एक तथ्य की बात करें, तो ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने की परंपरा है, इसकी शुरूआत कब हुई तथा इसके पीछे क्या कारण है. इसे जानते हैं.
ओलंपिक खेलों में क्यों जलाई जाती है मशाल-
ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने की प्रथा बहुत पुरानी है. यह मशाल सूर्य की किरणों से जालाई जाती है. अगर इसके पीछे के कारण की बात तो इसके पीछे का कारण यह है कि ऐसा माना जाता है कि सूर्य की किरणें बहुत पवित्र होती है. इसी कारण सूर्य की किरणों से मशाल जलाकर इन खेलों की शुरूआत की जाती है.
ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने का इतिहास-
ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने के इतिहास की बात करें, तो आधुनिक ओलंपिक में पहली बार 1936 के बर्लिन के ओलंपिक खेलों में मशाल यात्रा की शुरूआत की थी. 1952 के ओस्लो ओलंपिक में मशाल ने पहली बार हवाई मार्ग से यात्रा की. 1956 के स्कॉटहोम ओलंपिक में घोड़े की पीठ पर मशाल यात्रा संपन्न की गई. 2000 के सिडनी ओलंपिक में रेगिस्तान पार करते समय घोड़ों का स्थान ऊंटों ने ले लिया.
यह भी पढ़ें: ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली भारतीय महिलाओं के नाम ?
1936 में यह मशाल ओंलपिया शहर से जलाई गई तथा इसको ओलंपिक की मेजबानी करने वाले देश तक पहुँचाने की शुरूआत की गई. अगर ओलंपिक खेलों की शुरूआत की बात करें, तो इन खेलों की शुरूआत 1896 में यूनान की राजधानी एंथेस से हुई थी. लेकिन उस समय से ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने की प्रथा नहीं थी.
Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.