राजस्थान में ढहा पंडाल, इतने लोगों की हुई मौत

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pandal collapses

राजस्थान के बाड़मेर के जसोल में रामकथा सुनने आए लोगों को यह अंदाज़ा भी नहीं था कि उनके साथ एक ही झटके में दर्दनाक हादसा हो जाएगा। दरअसल, यहां रामकथा हो रही थी। अचानक पंडाल के गिरने से कई लोग उसमें दब गए। बिजली के तार टूटने से पंडाल में करंट फैल गया। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई।

रामकथा के दौरान हुए हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 50 से ज़्यादा ज़ख़्मी हैं। सभी घायलों का बाड़मेर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल पीड़ितों का इलाज जोधपुर के अस्पताल में किया जा रहा है। इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जताया है।

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पंडाल हादसे में ज़ख़्मी हुए लोगों का हाल-चाल जानने के लिए स्थानीय सांसद व केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा, ”घटना काफी दर्दनाक है मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं। गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री से मेरी बात हुई है। मुख्यमंत्री ने मुआवज़े का ऐलान किया है जो पीड़ितों के परिजनों तक पहुंच गया है”।

रविवार को जसोल में रामकथा चल रही था। कथा वाचक मुरलीधर हारमोनियम बजाते हुए कथा सुना रहे थे। तभी तेज हवा के शोर और उठते पंडाल की ओर उनकी नजर गई और फिर देखते ही देखते पूरा का पूरा पंडाल नीचे आ गिरा। चीख पुकार मच गई। उस वक्त पंडाल खचाखच भरा हुआ था। करीब 1000 लोग रामकथा सुन रहे थे। पंडाल गिरने के कई लोग दब गए। बिजली के तार टूटने से पंडाल में करंट भी फैल गया। करंट के झटके से टेंट में अटके लोग बुरी तरह से फंस गए. इस भयानक हादसे में कई लोगों की सांसें थम गईं, जबकि 50 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. आनन-फानन में बिजली कटवाई गई और फिर पंडाल में दबे लोगों को निकाला गया। जख्मी लोगों को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया। आसपास से डॉक्टरों की टीमें बुलाई गईं। गंभीर लोगों को जोधपुर रेफर किया गया।

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