आखिरकार प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकता कानून पर तोड़ी चुप्पी

357
प्रधानमंत्री
आखिरकार प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकता कानून पर तोड़ी चुप्पी

आखिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून पर मच रहे बवाल पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने रामलीला मैदान में आयोजित ‘आभार रैली’ में हज़रों लोगो को संबोधित करते हुए आम जनता के मन में CAA और NRC से संबधित दुविधाओं को दूर किया सभी सवालों पर आपने जवाब प्रस्तुत किया।

उन्होंने साथ ही यह कहा कि , ‘नागरिकता कानून से कोई प्रभावित नहीं हो रहा है. कुछ अर्बन नक्सल झूठ फैला रहे हैं. आप लोग पढ़े-लिखे हो, पहले इसे पढ़ तो लो. इस कानून से किसी भी मुस्लिम को डिटेंशन सेंटर में नहीं रहना होगा. भारत में डिटेंशन सेंटर हैं कहां. ये लोग झूठ बोलकर देश को गुमराह कर रहे हैं. आप लोग इनके बहकावे में न आओ. आप सोचो कि एक सत्र में हमारी सरकार दिल्ली के लोगों को घर दिलाने के लिए बिल ला रही है और दूसरे ही पल हम लोगों को देश के निकालने के लिए बिल लाएंगे क्या. आप इन लोगों के इरादे समझिए. ये लोग आपको लड़ाना चाहते हैं. नागरिकता बिल पास होने पर दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रहने वाले एक परिवार ने अपनी नवजात बिटिया का नाम नागरिकता रख दिया. भारत की नागरिकता मिलने की खुशी उनसे बेहतर कौन जान सकता है. आप याद रखिए कि ये नागरिकता देने वाला कानून है, किसी की नागरिकता छीनने वाला नहीं।

lsdgbghj -


रैली में आम जनता के साथ साथ बीजेपी कार्यकर्ता भी हज़रों की तादाद में रामलीला मैदान में मौजूद थे। pm मोदी ने यह भी कहा की विरोदी पक्ष इस कानों का विरोध क्यों कर रहे है, पहले तो यह ही विरोदी पार्टी शरणार्थियों को सरकार से राहत देने की मांग की थी, उनके हमदर्द थे अब यही इस कानून क्वे खिलाग खड़े हो गए, रातों रात बदल गए।


प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘इस बिल को पारित कराने के लिए मैं भी लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को प्रणाम करता हूं. इस बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं. ये लोग मुस्लिमों को गुमराह कर रहे हैं, उनकी भावनाओं को भड़का रहे हैं. जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया तो क्या किसी से पूछा था कि आपका धर्म क्या है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं, किसको वोट देते हैं, हमने आपसे सबूत मांगा था क्या. केंद्र सरकार के इस फैसले का लाभ सभी धर्मों को लोगों को मिला. हम देश से लगाव के कारण जीते हैं. एक ही सत्र में दो बिल पारित हुए हैं. एक में मैंने दिल्ली के लोगों को अधिकार दिए और ये लोग झूठ फैला रहे हैं कि मैं अधिकार छीन रहा हूं. मैं उनको चुनौती देता हूं कि मेरे काम की पड़ताल कीजिए. अगर काम में भेदभाव की बू आती है तो देश के सामने रख दीजिए.’

यह भी पढ़ें : झारखंड चुनाव : गठबंधन बहुमत के पार, नहीं चला बीजेपी का जादू


प्रधानमंत्री मोदी ने आपने इस भाषण से साफ़ करदिया है कि यह कानून मुस्लिम विरोधी नहीं है। इस कानून के बारे में अच्छे से जांनने की जरूरत है। इस कानून से देश की एकता और अखंडता को कोई ठेस नहीं पहोचेगी। फिलाल अब देखना होगा की पं मोदी के इस भाषण के बाद देश में CAA पर चल रहे संग्रम पर कब रोकथाम लगता है , और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए सन्देश को आम जनता समझ पाती है या नहीं।