कौन सा मंदिर है यौन कलाकृतियों के लिए दुनिया भर में प्रचलित ?

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मध्यप्रदेश के छतरपुर में स्थित खजुराहों के मंदिर देश नहीं प्रदेश में भी प्रशिद्ध है। यह मंदिर अपनी अद्भुत शिल्पकला और अकल्पनीय मूर्तिकला के लिए दुनिया भर आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। खजुराहो को लेकर हर किसी के जेहन में यह सवाल उठता है कि आखिर ये कृतियां बनवाई किसने थीं? इन्हें बनाने के पीछे क्या मकसद है और कितने समय का वक्त इसे बनाने में लगा। इस मंदिर का इतिहास काफी अनूठा है। इन्हें चंदेल राजाओं ने बनवाया था। यहां मानव यौन की अनोखी मुद्राओं के लिए यह मंदिर प्रशिद्ध हैं, एक बार यहां घूम लेने के पश्चात आपका भ्रम दूर हो जाता है, फिर आपको यह एक ध्यान केंद्र के जैसे लगता है, एक से बढ़कर एक अनोखी मुद्राएं और कलाकृतियों से भरी है यह जगह।

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अगर इस मंदिर के इतिहास के बारे में बात करे तो खुजराहों के शानदार मंदिरों का निर्माण चंदेल साम्राज्य के समय में किया गया था। भगवान चंद्र के बेटा राजा चन्द्रवर्मन ने खजुराहों के ज्यादातर मंदिरों की स्थापना की थी।वहीं जैसे ही चंदेला शासन की ताकत का विस्तार हुआ था, उनके साम्राज्य को बुंदेलखंड का नाम दे दिया गया था और फिर उन्होंने खुजराहों के इन भव्य मंदिरों का निर्माण काम शुरु किया था। इन मंदिरों के निर्माण में काफी लंबा वक्त लगा था, 950 ईसापूर्व से करीब 1050 ईसापूर्व तक इन मंदिरों का निर्माण किया गया था।

खजुराहों के मंदिर में दीवारों पर बनी इन अद्धितीय मूर्तियों की बेहतरीन कारीगिरी और नक्काशी की हर कोई तारीफ करता है। खुजराहों के मंदिर में बनी कामोत्तेजक मूर्तियां इसकी प्रमुख विशेषता हैं, इन आर्कषक मूर्तियों के द्धारा जो कामुक कला के अलग-अलग आसन प्रदर्शित किए गए हैं, लेकिन फिर भी यह प्रतिमाएं अश्लील प्रतीत नहीं होती हैं।

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इस प्राचीन मंदिर की कलाकृतियों की अद्भुत शिल्पकारी और प्रभावशाली मूर्ति कला की भव्यता की वजह से इन्हें विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। इस शानदार खजुराहों के मंदिर के अंदर करीब 246 कलाकृतियां हैं जबकि 646 कलाकृतियां बाहर हैं, जिनमें ज्यादातर कलाकृतियां कामुकता को प्रदर्शित करती हैं। इसकी बेहद विशेष कलाकृतियों की वजह से खजुराहों के मंदिर की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान है।

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यह मंदिर देश के प्रशिद्ध मंदिरो में से एक है दूर -दूर से लोग इस मंदिर में घूमने आते है, इस मंदिर को विदेश से भी लोग देखने आते है, आपने अनूठे इतिहास के कारन यह मंदिर दुनियाभर में प्रख्यात है।