प्रधानाचार्य करवा रहा था नकल, शिक्षा विभाग करेगा कार्यवाही

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राजधानी के नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान प्रधानचार्य उमाशंकर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। डीआईओएस डा. मुकेश कुमार सिंह मौैजूदगी में हुई इस गिरफ्तारी के बाद अब शिक्षा विभाग आरोप प्रधानचार्य पर अपने स्तर पर कार्रवार्ई करेगा। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि एसटीएफ ने प्रधानाचार्य समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। डीआर्ईओएस ने कहा कि आरोपी प्रधानचार्य पर अब विभागीय कार्रवाई की जायेगी। डीआईओएस ने बताया कि कक्षनिरीक्षकों की तैनाती के लिए प्रधानचार्य की जिम्मेदारी है कि परीक्षा से पहले कक्षनिरीक्षकों की पूरी तरह से जांच पड़ताल कर ली जाये। लेकिन एसटीएफ को फर्जी कक्षनिरीक्षक साल्वर के रूप में परीक्षा के दौरान अंदर कक्षाओं में बेखौफ टहलते मिले हैं, उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरी तरह से प्रधानचार्य जिम्मेदारी है। हालांकि एसटीएफ नकल कराये जाने के आरोप में जिन आरोपियों को गिर$फ्तार किया है, नगर निगम के रेवेन्यू इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध पाई गई। एसटीएफ दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। गिरोह में दोनों के शामिल होने के साक्ष्य मिले हैं। गिरोह में गोसाईगंज में एंटी डकैती सेल का सिपाही अरुण और उसका भाई भी शामिल था। ऐसे में अगर जिम्मेदार ही ऐसे खेल करेंगे तो सिस्टम कितना भी अच्छा बना लिया जाये उसका सफल होना मुश्किल है।

Principal was doing duplication education department will take action 1 news4social -

हर परीक्षा में पकड़े गये साल्वर, कार्रवाई के बाद भी डर नहीं

अभी तक राजधानी समेत प्रदेश भर में आयोजित हुई बीते दिनों कई प्रतियोगी परीक्षाओं में लगातार साल्वर गैंग सक्रिय रहे। रविवार को आयोजित परीक्षा में नेशनल इंटर कॉलेज समेत अलग-अलग जगह से नौ लोग गिरफ्तार किए गये, जबिक अभी कई लोगों की भूमिका की संदेह के घेरे में है। नेशनल इंटर कॉलेज में जिस तरह से परीक्षा के दौरान साल्वर केन्द्र के अंदर बैखाफ होकर घूमते पकड़े गये इसके लिए पीछे एक प्लानिंग के तहत बड़ा गिरोह सक्रिय हो सकता है। बीते दिनों टीईटी परीक्षा में भी अलग-अलग जिलो में 50 से ऊपर साल्वर पकड़े गये। लेकिन साल्वरों तक ही जिम्मेदार अधिकारियों के हाथ रहे, इनके पीछे मौजूद मुख्य सरगना तक पुलिस और एसटीएफ के हाथ नहीं पहुंच सके। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ साल्वरों ने इस बात का खुलासा कर दिया कि कुछ सत्ताधारी लोग ही इसमें सक्रिय है लेकिन पुलिस के हाथ वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं।

चंद दूरी पर कप्तान का आवास, और साल्वर बेखौफ

योगी सरकारी में जिस तरह से एक के बाद भर्ती परीक्षा में साल्वरों पर पुलिस ने अपना हंटर चलाया है, उसका कोई भी खौफ रविवार की की परीक्षा में देखने को नहीं मिला। हैरानी की बात ये भी है कि नेशनल इंटर कॉलेज से महज चंद कदम की दूरी पर शहर के पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी का आवास है, उसका कोई भी खौफ साल्वरों में देखने को नहीं मिला। इसके पीछे अगर ये कहा जाये कि साल्वरों की पहुंच ऊपर तक नहीं होगी इसमें कुछ भी गलत नहीं होगा। फिलहाल पुलिस हर स्तर पर जांच में जुटी हुई है। रविवार को नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित परीक्षा के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एसटीएफ ने कक्षाओं में चेकिंग की। चेकिंग के दौरान सभी अधिकारी पहले ग्राउंड फ्लोर पर परीक्षा का कक्षाओं में जायजा लिया। बाहर निकलते ही कक्षाओं में मौजूद इनविजिलेटर और सॉल्वर सक्रिय हो गए। इनविजिलेटर मोबाइल पर गिरोह के अन्य सदस्यों से बात करके पेपर सॉल्व कराने में लग गया। इस बीच एकाएक टीम ने फिर छापेमारी कर तीन इनविजिलेटर समेत 9 लोगो को दबोच लिया।