कोरोना मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए Pulse Oximeter कितना उपयोगी

526

कोरोना वायरस ने दुनियाभर में आतंक मचा रखा है। चीन से निकला घातक वायरस दुनियाभर के लिए एक मुसीबत का सबब बन चुका है। कुछ महीने पहले ही इस वायरस ने दुनियाभर में दशक दी थी और इतने कम समय में 90 लाख से भी ज्यादा लोगो को संकर्मित कर गया। हर देश की सरकार द्वारा कोरोना वायरस से अपने नागरिकों को बचाने की मुहीम जारी है। इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा एक बड़ा ऐलान किया गया है। होम क्वारनटीन में रहने वाले कोरोना मरीजों को पल्स ऑक्सीमीटर देने का ऐलान किया गया है । पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से लोग घर बैठे खून में ऑक्सीजन की जांच कर सकेंगे। आपको बताना चाहेंगे की आखिर पल्स ऑक्सीमीटर किस तरह फंक्शन करता है।

corona non fi 12 -

पल्स ऑक्सीमीटर एक छोटा सा उपकरण है। इस उपकरण में एक सेंसर लगा है जो खून में ऑक्सीजन के जरा से बदलाव को भी डिजिटल स्क्रीन पर दिखा देता है। इसकी मदद से खून में ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल और ऑक्सीजन लेवल की जानकारी मिल जाती है। डिवाइस को उंगली में क्लिप की तरह फंसाया जाता है। इसके बाद इसमें लगा सेंसर खून में ऑक्सीजन फ्लो की जानकारी प्रदान करता है।

OxygenSaturation -

विशेषज्ञों के अनुसार अगर डिजिटल स्क्रीन पर ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 95 से 100 के बीच दिखाई दे तो कोई दिक्कत की बात नहीं है और इसका सीधा तात्पर्य है की आपकी स्थिति सामान्य है। लेकिन अगर यह 92 या उससे नीचे दिखे तो हाइपोक्सेमीयिया या ब्लड टिश्यू में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करने की जरूरत है। देश भर में कोरोना संक्रमण का मामला बढ़ता जा रहा है। उसे देखते हुए जिनकी कोरोना के कारण हालत ज्यादा गंभीर नहीं है उन्हें होम क्वारनटीन रहने की सलाह दी जा रही है ताकि संक्रमण के खतरे को फैलने से रोका जा सके। लेकिन वही कुछ ऐसे भी मामले है जिनको ब्लड ऑक्सीजन की जांच के लिए बार-बार अस्पताल आना पड़ता है, इस उपकरण की मदद से लोगो को काफी सुहूलियत मिलेगी।

यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के लक्षण नहीं दिखने पर कैसे पता चलेगा कि कौन संक्रमित है?