‘चौकीदार चोर है’ नारे पर राहुल ने सुप्रीम कोर्ट में खेद जताया

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफ़नामा दायर कर राफेल मामले में पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी पर जवाब देते हुए खेद जताया। राहुल ने एक चुनावी रैली के दौरान दावा करते हुए कहा था कि ‘कोर्ट ने भी माना है कि चौकीदार चोर है’। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी मंशा सुप्रीम कोर्ट का सम्मान कम करने की नहीं थी। बता दें कि  राहुल गांधी लगातार चुनावी रैलियों में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए जनता से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाते हैं।

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क्या है पूरा मामला?

दरअसल, कोर्ट ने 15 अप्रैल को स्पष्ट किया था कि राफेल मामल में दिए फैसले में ऐसा कुछ भी नहीं था जिसका हवाला देकर ये कहा जा सके कि ‘चौकीदार चोर है’। एक चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोर्ट के फ़ैसले का हवाला देते हुए कहा था कि अब सुप्रीम कोर्ट भी मानता है कि ‘चौकीदार चोर है’। इसके बाद, राहुल की इस टिप्पणी पर बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा दायर की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को निर्देश दिया था कि वह 22 अप्रैल तक स्पष्टीकरण दें।

क्या कहा अपनी सफ़ाई में राहुल ने?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के हवाला देकर आलोचनाओं के शिकंजे में फंसे राहुल आख़िरकार अपने बयान पर सुप्रीम कोर्ट में स्पष्टीकरण दे दिया। अपने स्पष्टीकरण में राहुल ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद मीडिया ने उनकी टिप्पणियां चाही थीं और इस पर उन्होंने ये बयान दिया था। उन्होंने न तो आदेश देखा था, न पढ़ा था और न ही उसकी विश्लेषण किया था। आगे राहुल ने कहा कि ‘चौकीदार चोर है’ एक राजनीतिक नारा है और इसे कोर्ट के साथ कभी नहीं जोड़ा जा सकता। अपने बयान पर मुझे खेद है।