आखिर क्यों राहुल अपने ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं को लगा रहें है फोन, जानिए क्या है मसला

203

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर जितना खुद को मजबूत करने में लगे हुए उतना ही अपनी पार्टी को भी जमीनी स्तर पर मजबूती देने में जुटे हुए है. हालांकि, राहुल खुद ही अलग-अलग राज्यों में पार्टी के जिलाध्यक्षों और सदस्यों से सीधे बात कर रहें है और उनकी समस्याएं सुन रहें है.

राहुल को कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी में अनुशासन अब नजर नहीं आता है

बता दें कि जमीनी स्तर पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद राहुल को कांग्रेस की मुख्य समस्या पता चलीं. ये ही नहीं, राहुल पार्टी के जिलाध्यक्षों और सदस्यों से फोन के माध्यम सारी जानकारी पूछ रहें है. राहुल को कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी में अनुशासन अब नजर नहीं आता है. पार्टी की सबसे बड़ी और अहम समस्या बड़े नेताओं का अहंकार और गुटबाजी करना.

rahul gandhi talks to district lavel leaders to resolve party problems 1 news4social -

सीनियर नेता को जनता से जुड़ने में किसी भी प्रकार की कोई भी दिलचस्पी नहीं है- जलपाईगुड़ी जिले के कार्यकर्ता

राहुल को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के कार्यकर्ता ने बताया है कि कांग्रेस के सीनियर नेता घमंड से भरे हुए है. उनकी जनता से जुड़ने में किसी भी प्रकार की कोई भी दिलचस्पी नहीं है. ये भी कहा कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल के चुनाव में बिना किसी गठबंधन के चुनाव लड़े. वहीं तेलंगाना के वारंगल से पार्टी के एक पदाधिकारी का कहना है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं को हमारा को ध्यान और परवाह नहीं है. बड़ी नेताओं की एक मजबूत लॉबी है. जो दिल्ली और हैदराबाद में है.

यह भी पढ़ें: सीएम वसुंधरा राजे के गढ़ पर राहुल गांधी की हुंकार, तमाम दलों के नेताओं पर कस सकते है तंज

rahul gandhi talks to district lavel leaders to resolve party problems 2 news4social -

राहुल ने आगे कहा कि जिला अध्यक्ष कांग्रेस का अभिन्न अंग है

पार्टी के जिलाध्यक्षों और सदस्यों के बात सुनने के बाद राहुल ने कहा कि कांग्रेस अब से यह तय करेगी कि जब कोई भी फैसले लिए जाए तब जिले की इकाई की इनमें महत्वपूर्ण भूमिक हो. राहुल ने आगे कहा कि जिला अध्यक्ष कांग्रेस का अभिन्न अंग है. मैं चाहता हूं कि हर जिले पर पार्टी को मजबूत करने के लिए हमें जिला और ब्लॉक अध्यक्षों के साथ मिलकर कार्य करना काफी जरूरी है. जिलाध्यक्ष रूटीन बेसिस पर मीटिंग करें.