बीते शनिवार (28 अप्रैल ),पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश के हर गाँव में बिजली पहुँचने की जानकारी अपने एक ट्वीट के ज़रिये दी l प्रधानमंत्री ने इस दिन को भारत के इतिहास का एक ऐतिहासिक दिन भी बताया l मोदी के ट्वीट करने के अगले ही मिनट से ,ट्विटर पर बधाईयों का ताँता लग गया l लेकिन वहीं दूसरी तरफ ,सरकार के इस दावे को झूठा बताकर ,उन्हे जम कर सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया l
रेलवे मंत्री पियूष गोयल हुए ट्रोल
आपको बता दें ,की मोदी के ट्वीट के बाद रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने भी अपने ट्विटर हैंडल से दो तस्वीरें सांझा की थी ,और लिखा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने तय सीमा के अन्दर ही देश के सभी गाँवों में बिजली पहुँचाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है l इसके साथ उन्होंने दो तस्वीरें शेयर की जिसमें रात में रोशिनी से चमकते भारत के नक़्शे की दो तस्वीरें
बिफोर और आफ्टर कैप्शन के साथ लगाई गई थीं। इस ट्वीट के जवाब में ट्विटर यूजर्स ने उनको खूब ट्रोल किया l
ट्विटर हैंडल पर सबूत साझा कर दिया ट्रोल्स को जवाब
बता दें अपने ट्वीट को सत्यापित सिद्ध करने के लिए ,गोयल ने अपने ट्विटर हैंडल पर सबूत पेश करते हुए लिखा ,मेरे द्वारा साझा की गयी तस्वीरें फेक नही है ,और ये तसवीरें NASA की तरफ से जारी की गयी है ,इसके साथ उन्होंने दो न्यूज़ लिंक भी शेयर किया l इन न्यूज़ लिंक्स के अन्दर साल 2012 और साल 2016 के बिच देश में बिजली को लेकर अंतर बताया गया है l गोयल ने कहा कि नेशनल ज्योग्राफिक ने स्वयं इस डाटा का विश्लेषण किया है।’ गोयल द्वारा शेयर की गई न्यूज़ लिंक में एक लिंक नासा की है और दूसरी नेशनल ज्योग्राफिक की है। दरअसल गोयल के ट्वीट के जवाब में उनको ट्रोल करते हुए ट्विटर यूज़र्स ने लिखा था कि ,ये तस्वीरें फर्जी हैl तो किसी ने कहा की ऐसी तस्वीरें हमने दिवाली पर देखी है l जिस पर जवाब देते हुए रेल मंत्री ने ये सबूत पेश किये l
लालकिले के प्राचीर से की थी घोषणा
68 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से एक हज़ार दिन के अन्दर देश के 18000 से ज्यादा गाँवों में बिजली पहुँचाने की बात कही थी l जिसके बाद 28 अप्रैल 2018 को मणिपुर के सेनापति जिले के आखिरी लीसांग गांव में भी बिजली पहुंच गई। इस गांव को नेशनल पावर ग्रिड से जोड़ दिया गया। 28 अप्रैल को सरकार ने दावा किया कि देश के सभी 597,464 गांवों में अब बिजली पहुंच गई है।