रेलवे टिकेट के तीन गुना मंहगे होने की वजह से आम आदमी की जेब में हो रहा गहरा छेद

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छुट्ठी का मौसम करीब आने पर लोग ट्रेनों से दूर-दराज़ के सफ़र पर निकल जाते हैं, लेकिन अब इन ट्रेनों में लगने वाले डायनमिक फेयर के कारण टिकटों के दाम लगभग तीन गुना बढ़ गए हैं. हालत ये हैं कि रेल का सफ़र हवाई जहाज़ से भी महंगा हो गया है.

14 अप्रैल को अगर आप सुविधा एक्सप्रेस से मुंबई से गोरखपुर जाएं तो एसी टू में आपको एक टिकट के 9885 रुपये देने होंगे, जबकि इसी दिन विमान के इकोनॉमिक क्लास का टिकट आपको 10,000 के आसपास मिल जाएगा. दरअसल ये कमाल रेलवे की डायनमिक प्राइसिंग का है. टिकट 3121 रुपये का है, लेकिन डायनमिक चार्ज 6242 रुपये और लगा है. यानी कुल बढ़ोतरी 300 फ़ीसदी की गई है.

ट्रेन से सस्ता विमान

ट्रेनों में डायनमिक प्राइसिंग लागू होने के बाद से ही ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. बीते साल एक समय ऐसा था जब ट्रेन का किराया ज़्यादा था, विमान का कम. रेल अधिकारियों का कहना है कि तीन साल से प्रीमियम टिकट का ये सिलसिला जारी है.

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सुविधा के नाम पर लगाये जा रहे डायनामिक चार्ज का असर आम आदमी के जेब पर पड़ता दिख रहा है, जिन्हें टिकट के मौजूदा दाम से तीन गुना ज़्यादा दाम देकर सफर करना पड़ रहा है. गर्मी के समय टिकटों के बढ़ती मांग के बीच रेल प्रशासन की ओर से बढ़ाए जा रहे टिकट के दामों से खफा यात्रियों का कहना है कि रेल प्रशासन को अपने इस योजना पर पुनःविचार करने की ज़रूरत है.

ये है डायनेमिक किराया

दरअसल डायनेमिक किराए के तहत विभिन्न सुविधाओं पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाता है, जैसे गंतव्य पर पहुंचने में कम समय लेने वाली ट्रेन, लोअर बर्थ (निचली सीट) के लिए अतिरिक्त मूल्य या फिर त्योहारों के दौरान यात्रा पर भी अतिरिक्त किराया लेना शामिल था. इसके तहत प्रीमियम ट्रेनों में बुकिंग और ट्रेन की रवानगी के करीब आने पर किराया बढ़ना शामिल था.