शायद, आप इस बात का कतई अंदाजा नहीं लगा सकते कि रेप की सताई हुई पीड़िता ने उस वक्त क्या महसूस किया होगा जब खाकी वर्दी वालों ने बेहूदगी से पूछा, कितनी बार कपड़े बदले, लाइव सीन बताओ, किस तरह घटना हुई। दरअसल, ये शर्मनाक चेहरा उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस का है। जहां रेप पीड़िताओं के जख्म पर मरहम रखने के बजाए पुलिसवाले उनके जख्मों पर अश्लील नमक छिड़कते हैं और बड़ी बेशर्मी से नापाक लोगों के हवस का शिकार हुई महिलाओं की धज्जियां उड़ाते हैं और पूछते हैं कि रेप लाइव सीन बताओ।
आपको बता दें कि शहर में रेप का दंश झेल चुकी महिलाएं अब पुलिस में केस दर्ज करवाने की हिम्मत नहीं जुटा पाती हैं। वे न्याय मिलने से पहले ही पुलिस व्यवस्था के सामने नतमस्तक हो चुकी हैं और इंसाफ न मिलने की उम्मीद में वे अब घर बैठ चुकी हैं। पुलिस पर से उनका विश्वास उठ चुका है। ज्यादतियों की शिकार ये महिलाएं कहती हैं कि अब उन्हें पुलिस केस नहीं चाहिए क्योंकि पुलिस ने हमें अपमानित किया है। उन्हें अटपटे सवाल कर परेशान किया जाता है। वहीं, शहर में महिला उत्पीड़न की घटनाएं कम हों, इसके लिए पुलिस प्रशासन को चौकन्ना रहना चाहिए। मगर अफसोस यहां पुलिस कुछ और ही सीन देखना चाहती है।
रेप के मामले पर आगरा पुलिस के तीन थानों के वर्दी वालों का ये चेहरा सुर्खियों में बना हुआ है। रेप पीड़िताओं के साथ हुए इस दुर्व्यवहार पर वकील रंजना गोयल कहना है कि रेप पीड़िताओं से थानों में सवाल-जवाब नहीं किए जा सकत हैं। सिर्फ शिकायत लेकर संबधित अधिकारी के सामने मामला रखा जा सकता है।
इसके अलावा शहर में लड़कियों के साथ हो रही घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। बीते दिनों सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक मासूम लड़की को बदमाशों ने बदनीयत से दबोच लिया था। मगर लड़की बहादुर थी। बदमाशों के चंगुल से भागने में कामयाब रही। लड़की के परिजनों को जब ये बात पता तो उन्होंने लड़कियों को स्कूल भेजना बंद कर दिया। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लड़की के परिजनों ने ये फैसला क्यूं लिया।