Shivraj in Rajgarh: किसानों का दुख बांटने निकले सीएम शिवराज के निशाने पर गड़बड़ करने वाले अधिकारी, राजगढ़ में दो को मंच से ही किया सस्पेंड

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Shivraj in Rajgarh: किसानों का दुख बांटने निकले सीएम शिवराज के निशाने पर गड़बड़ करने वाले अधिकारी, राजगढ़ में दो को मंच से ही किया सस्पेंड

राजगढ़
पिछले दिनों मध्य प्रदेश (MP News) के कई जिलों में हुई ओलावृष्टि किसानों के लिए तो कहर साबित हुई ही है, अधिकारियों के लिए भी उतनी ही बड़ी मुसीबत बन गई है। एक तो उन्हें गांव-गांव जाकर खेतों का सर्वे करना पड़ रहा है। दूसरी ओर, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ( CM Shivraj Singh Chouhan) भी लगातार उन पर वक्रदृष्टि बनाए हुए हैं। शनिवार को शिवराज ने राजगढ़ जिले के छायन गांव में मंच से ही दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।

ओला प्रभावित खेतों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री से ग्रामीणों ने राशन वितरण में धांधली की शिकायत की थी। उन्होंने मंच से ही जिला आपूर्ति अधिकारी सुरेश वर्मा और फूड इंस्पेक्टर सुरेश गुर्जर को सस्पेंड (Two officers Suspended from Dias) करने का आदेश दे दिया। साथ ही भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों को फिर से चेतावनी भी दे दी। उन्होंने कहा कि गरीबों का राशन जिसने खाया, उसे किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने मंच से ही कलेक्टर को बताया कि उन्हें एक शिकायत मिली है। यह देखने की जवाबदारी किसकी है। जिनकी भी है, उन्हें मैं सस्पेंड कर देता हूं। शिवराज ने साफ कहा कि ऐसे लाेग नहीं चलेंगे। उन्होंने कलेक्टर को राशन वितरण की दुकानें चेक करने के आदेश भी दिए।

आठ जनवरी को हुई ओलावृष्टि में प्रदेश के कई जिलों में किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। शुक्रवार और शनिवार को मुख्यमंत्री ने इन इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत भी की। कई किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के साथ उन्होंने उन्हें प्रति हेक्टेयर 30 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके लिए अधिकारियों को गांव-गांव जाकर सर्वे करने की जिम्मेदारी दी।

किसानों के लिए मदद की पोटली खोलने वाले मुख्यमंत्री अधिकारियों के प्रति लगातार सख्त रुख अपना रहे हैं। शुक्रवार को पृथ्वीपुर में किसानों को संबोधित करते हुए भी उन्होंने चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि सर्वे के काम में जो गड़बड़ी करेगा, उसे नौकरी करने लायक नहीं छोड़ूंगा। एक-एक के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। शनिवार को जब उन्हें कालीपीठ गांव के लोगों ने राशन वितरण में घपले के बारे में बताया तो शिवराज ने जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया।

मुख्यमंत्री का नायक वाला अंदाज देख ग्रामीण खुश हो गए। उन्होंने तालियां बजाकर मुख्यमंत्री के ऐलान का स्वागत किया, लेकिन अधिकारी परेशान हैं। ओलावृष्टि के साथ प्रदेश के मुखिया की वक्र दृष्टि से जल्दी निजात मिल जाए, इसकी उम्मीद कर रहे हैं।

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