क्या देश में वैश्यावृति को वैध कर देना चाहिए?

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हाल ही में लॉ कमीशन ने देश में सट्टेबाजी को वैध करने का सुझाव दिया है। जिसका सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एन.संतोष हेगड़े ने भी समर्थन किया है। संतोष हेगड़े तो देश में वेश्यावृत्ति को भी वैध करने के पक्ष में हैं। इसके समर्थन में संतोष हेगड़े का कहना है कि जो व्यक्ति यह सोचता है कि अवगुणों को कानून की मदद से रोका जा सकता है तो वह व्यक्ति बेवकूफ है। बता दें कि लॉ कमीशन ने सरकार को दिए अपने सुझावों में कहा है कि देश में सट्टेबाजी को वैध कर देना चाहिए, जिससे सट्टेबाजी में चीजों को सरकार नियंत्रित कर सकेगी और इसे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष टैक्स के दायरे में ला सकेगी। साथ ही सट्टेबाजी को वैध करने के बाद प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को भी आकर्षित किया जा सकेगा।

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लॉ कमीशन के इस सुझाव से सहमति जताते हुए पूर्व सॉलिसिटर जनरल संतोष हेगड़े ने पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि यह बेहद अच्छा सुझाव है। समाज में कई अवगुण ऐसे हैं, जिन्हें कानून से नियंत्रित नहीं किया जा सकता। यदि इसे नियंत्रित करने की कोशिश की जाएगी तो ये अवगुण गैरकानूनी तरीके से अपना एक सिस्टम डेवलेप कर लेंगे। हमने पहले भी ऐसा देखा है, जहां-जहां शराबबंदी की गई, वहां पर शराब का गैरकानूनी कारोबार विकसित हो गया है। इसका असर ये होता है कि सरकार को एक्साइज ड्यूटी से हाथ धोना पड़ता है, लेकिन ये अवगुण फिर भी जारी रहते हैं।

देश में वेश्यावृत्ति को वैध करने के सवाल पर पूर्व जज ने कहा कि वेश्यावृत्ति आज एक सामान्य बात हो गई है। ऐसे में इसे वैध किया जाना चाहिए और इससे जुड़े लोगों को लाइसेंस दिए जाने चाहिए। इसके बाद सरकार वेश्यावृत्ति को ज्यादा अच्छे से कंट्रोल कर सकेगी। संतोष हेगड़े ने कहा कि ऐसा कौन सा शहर है, जिसमें वेश्यावृत्ति नहीं होती है, लेकिन हम इससे आंखे मूंदे रहते हैं। मुंबई जैसे शहरों में तो सरकार ने ऐसे इलाकों की भी पहचान कर रखी है, जहां वेश्यावृत्ति होती है। कर्नाटक के पू्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े के अनुसार, सट्टेबाजी और वेश्यावृत्ति को लीगल कर देने से यहां होने वाली 70-75 प्रतिशत गैरकानूनी गतिविधियां बंद हो जाएंगी।