Bihar Acid Attack : एक और तेजाब कांड से थर्राया सिवान, ऑर्केस्ट्रा संचालक को एसिड से नहलाकर मारा… शहाबुद्दीन वाला मामला फिर याद आया
हाइलाइट्स:
- तेजाब कांड से थर्राया बिहार का सिवान जिला
- ऑर्केस्ट्रा संचालक को एसिड से नहलाकर मारा
- हत्यारों का अब तक कोई सुराग नहीं
- इसी तरह से शहाबुद्दीन ने की थी दो सगे भाइयों की हत्या
दीनबंधु सिंह, सिवान:
बरसों बाद एक बार फिर तेजाब कांड से सिवान थर्रा उठा है। यहां आर्केस्ट्रा संचालक की तेजाब से नहला कर हत्या किए जाने की घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। घटनास्थल पर पुलिस के साथ आसपास के सैकड़ों लोग पहुंच गए।
ऑर्केस्ट्रा संचालक की तेजाब से नहलाकर हत्या
सोमवार को सिवान के जीबीनगर थाना के नथनपुरा चंवर से पुलिस ने तेजाब से जले युवक का शव बरामद किया। युवक की पहचान तरवारा बाजार स्थित सरगम आर्केस्ट्रा के संचालक मंटू कुमार के रूप में हुई। जिसकी हत्या कर अपराधियों ने शव को चंवर में फेंक दिया। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी है।
शौच करने गए युवकों ने देखा तेजाब से जला शव
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि नथनपुरा गांव के चंवर में गांव के कुछ युवक शौच के लिए गए थे। तभी उनकी नजर एक युवक के शव पर पड़ी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना थाने में दी। घटना की सूचना मिलते ही जीबी नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
आर्केस्ट्रा संचालक की हत्या की सूचना मिलते ही इस वीभत्स घटना की खबर इलाके में जंगल में आग की तरह फैल गयी। घटना को लेकर इलाके में अटकलों का बाजार गर्म है। मृतक मंटू नथनपुरा गांव का ही रहने वाला था। वो पिछले कई वर्षों से विभिन्न ऑर्केस्ट्रा पार्टी में रहकर काम करता था। इसी बीच उसने खुद का अपना ऑर्केस्ट्रा म्यूजिकल ग्रुप बना लिया था। जो इलाके में काफी मशहूर है।
क्या कहती है पुलिस
जीबी नगर थाने के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या कैसे हुई है यह कहा जा सकता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में मंटू के कुछ करीबियों से पूछताछ कर पुलिस अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जाएगा।
इसी तरह से शहाबुद्दीन ने सगे भाइयों को माराथा
इस तेजाब कांड के बाद शहाबुद्दीन से जुड़ी खौफनाक याद ताजा हो गई है। 16 अगस्त 2004 की शाम थी। सीवान के गौशाला रोड पर राजीव किराना स्टोर में सात-आठ युवकों ने धावा बोल कैश लूट लिया। भरे बाजार में ऐलान किया कि कोई कुछ बोला तो, अंजाम बहुत बुरा होगा। दुकान में बैठे राजीव ने विरोध किया तो उसे पीटा गया। खतरा देख गिरीश बगल के बाथरूम में घुसा और एसिड की बोतल दिखाकर बदमाशों को डराने लगा। बदमाश भागे, मगर घंटेभर में बड़ी तादाद में लौटे।
इस बार गिरीश, राजीव और सतीश को प्रतापपुर उठा ले गए। जहां चारों तरफ घने ईख के खेत। वहां एक बगीचे में गिरीश और सतीश को पेड़ से बांध दिया। राजीव को ईख के खेत में पिस्टल के दम पर बंधक बना लिया गया। तब तक सांसद शहाबुद्दीन वहां हथियारों से लैस शूटरों के साथ पहुंचे। और वहां लगाई गई कुर्सी पर बैठ गए। फरमान जारी किया, नहला दो इन लोगों को एसिड से।
शहाबुद्दीन के हुक्म पर सगे भाइयों को तेजाब से नहलाया गया
आदेश मिलते ही गिरीश और सतीश पर तेजाब डाला जाने लगा। चीखें गूंजने लगीं। दोनों छटपटाते रहे। मगर किसी को रहम नहीं आया। मौत के साथ मदद की गुहार लगाते लफ्ज़ खामोश हो गए। अब सिर्फ कंकाल बचे थे और शरीर पर कहीं-कहीं मांस का लोथड़ा। राजीव कांपकर आंखें बंद कर लेता था।
चंद्रकेश्वर प्रसाद ऊर्फ चंदा बाबू सन्न रह गए
चन्द्रकेशवर प्रसाद इन घटना से अनजान पटना अपने भाई से मिलने आए थे। लगातार उनके मोबाइल पर अनजान नम्बर से घंटियां बजने लगी। कोई फिरौती की रकम मांगता तो कोई घर लिखवाने की बात करता। कोई यह कहता कि शहर छोड़ दो। तीन दिनों तक राजीव ईख में ही हथियारबन्दों से घिरा रहा। तीसरे दिन सुबह हथियारबन्दों को झपकी आई, तो राजीव भाग निकला। बदहवास घर पहुंचा। जब वारदात के बारे में बताया तो पिता चन्द्रकेशर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू निढाल होकर गिर प