कश्मीर में उग्रवादी ही नहीं सत्ताधारी पार्टी के मंत्री ने भी पुलिस पर पत्थर उठाया

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जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ बीजेपी नेता और महबूबा मुफ्ती सरकार में मंत्री नेता कुलदीप राज गुप्ता ने रविवार को पुलिस और अफसरों को मारने के लिए कथित रूप से पत्थर उठा लिया. ये वाकया राजौरी शहर का है. घटना तब हुई, जब अफसरों और पुलिस की एक टीम शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान के लिए आई हुई थी. इस दौरान अधिकारियों ने कुलदीप राज गुप्ता के बेटे की दो दुकानों को तोड़ दिया. इसके बाद मंत्री कुलदीप राज गुप्ता काफी गुस्से में आ गए. हालांकि, मंत्री महोदय का कहना है कि उन्होंने पत्थर पुलिस पर हमला करने के लिए नहीं, बल्कि भारी नुकसान के बाद खुद को चोट पहुंचाने के लिए उठाया था.

दरअसल राजौरी निगम कमेटी ने अतिक्रमण हटाने के लिए जो सूची बनाई थी, उसमें मंत्री कुलदीप राज गुप्ता के बेटे विजय और धीरज की दो दुकानें भी थीं. प्रशासन ने कुल 73 अवैध निर्माण की लिस्ट बनाई थी. इनमें 24 दुकानें और 59 विस्तार शामिल थे. निगम का कहना है कि इन निर्माण की वजह से राजौरी की एक व्यस्त सड़क पर ट्रैफिक बढ़ गया था, साथ ही इससे जम्मू-कश्मीर प्रिवेंशन ऑफ रिबॉन डेवलपमेंट एक्ट का उल्लंघन हो रहा था. इस मुहिम में राजौरी के तहसीलदार और निगम के सीईओ शामिल थे.

बता दें कि कुलदीप राज गुप्ता जम्मू-कश्मीर एडवाइजरी बोर्ड फॉर डेवलपमेंट ऑफ पहाड़ी स्पीकिंग पीपुल के वाइस चेयरमैन भी हैं. जम्मू-कश्मीर सरकार में उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा हासिल है. बता दें कि राज्य में अतिक्रमण हटाओ अभियान खुद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आदेश पर शुरू किया गया है. महबूबा ने पिछले साल 23 दिसंबर को लोगों की लगातार शिकायतों के बाद अतिक्रमण हटवाने का वादा किया था. सूत्रों ने बताया कि जब कुलदीप राज गुप्ता ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की जानकारी मिली तो वह घटनास्थल पर पहुंच गए और अधिकारियों के साथ बहस करने लगे. लेकिन अवैध निर्माण को ढहाने का काम जारी रहा. इस दौरान भड़के मंत्री महोदय ने पत्थर उठा लिया.

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हालांकि, वहां मौजूद पुलिस और अधिकारियों ने उन्हें समझाया. राजौरी के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी युगल मानहस ने उन्हें शांत किया.

जब मंत्री महोदय से संपर्क किया गया तो उन्होंने सफाई दी और कहा कि वह नुकसान से इतने दुखी थे कि खुद को चोट पहुंचाने के लिए पत्थर उठा लिया. कुलदीप राज गुप्ता ने कहा कि उनका कुल 40 से 50 लाख का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, “मैं इतना दुखी हो गया कि मैंने अपने सिर पर मारने के लिए एक पत्थर उठा लिया, लेकिन कुछ स्वार्थी तत्व इसे ऐसा दिखा रहे हैं जैसे मैं पुलिस पर पत्थर फेंकना चाहता था.” उन्होंने प्रशासन पर नियमों की अवहेलना कर अपने बेटों का दुकान तोड़ने का आरोप लगाया.