उत्तर भारत से दक्षिण भारत पहुंचा भगवा बुखार, मूर्तियों ने ओढ़ा भगवा चोला

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त्रिपुरा में लेनिन की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने के बाद प्रतिमाओं के साथ शुरू हुई छेड़छाड़ की घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब असम और तमिलनाडु में कई प्रतिमाओं के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. उपद्रवियों ने असम के कोकराझार जिले में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अज्ञात लोगों ने जिले के रबिंद्र नगर इलाके में स्थित प्रतिमा को बुधवार (14 मार्च) को नुकसान पहुंचाया था. स्थानीय लोगों द्वारा सूचना देने के बाद पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई थी. मामले की छानबीन की जा रही है.

दूसरी तरफ, दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में एक बार फिर से नामचीन हस्तियों की मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ की गई है. नमक्कल में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों सीएन. अन्नादुरई और एमजी रामचंद्रन के साथ ही द्रविदार कड़घम के संस्थापक थनतई पेरियार को भगवा कपड़ा पहना दिया गया. स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

त्रिपुरा में बीजेपी द्वारा पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने साम्यवादी नेता लेनिन की दो मूर्तियों को तोड़ दिया था. इस घटना के उपरांत तमिलनाडु के एक भाजपा नेता ने सोशल साइट पर पेरियार की मूर्ति को निशाना बनाने की बात कही थी. इसके बाद तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. भाजपा नेता ने बाद में पोस्ट को हटाते हुए माफी मांगी थी. अभी इस पर शुरू हुआ विवाद थमा भी नहीं था कि पश्चिम बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी और केरल में महात्मा गांधी की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आ गया था.

shyam prasad -

बता दें कि त्रिपुरा और तमिलनाडु में मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं में भाजपा कार्यकर्ताओं की संलिप्तता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. उन्होंने संबंधित राज्यों के प्रमुखों और आरएसएस के पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने का निर्देश दिया था. इस बीच, उत्तर प्रदेश में भी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. भाजपा शासित मध्य प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रहा था. जबलपुर में शरारती तत्वों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को लाल रंग से पोत दिया था.