टीचर का हुआ तबादला, बच्चों के छलके आंसू गुरु शिष्य परम्परा की अनोखी कहानी

591

वैदिक काल में आपने गुरु-शिष्य परंपरा की कई कहानियाँ सुनी होंगी |एक वो दौर था जब गुरु को इश्वर का दर्जा दिया जाता था ,लेकिन ज़माने के बदलने के साथ -साथ हमारी विचारधारा भी थोड़ी बहुत बदलती जा रही है |आपने कबीर का वो दोहा तो सुना ही होगा ”गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय, बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय ” |

अध्यापक के ताबदालें पर फूट -फूट कर रोये विद्यार्थी
तिरुवल्लुर जिले के एक सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों ने इस दोहे को सार्थक कर दिया है |जी हाँ ,इस सरकारी हाई स्कूल के अंग्रेजी विषय के अध्यापक जी भगवान का तबादला कुछ दिनों पहले ही दूसरे इलाके में कर दिया गया |जैसे ही इस बात का पता उनके विद्यार्थियों को चला वह स्कूल के बाहर जाकर खड़े हो गए |और जैसे ही जी भगवान बहार निकले तो बच्चे उन्हें घेरकर रोने लगे |बच्चों की नाम आँखें देखकर भगवान भी अपने आंसू रोक नहीं पाए |भगवान के तबादले का बच्चों पे कुछ यूँ असर हुआ कि बच्चें स्कूल के बहार धरने पर बैठ गए |परिणाम स्वरूप सरकार ने अब भगवान के ट्रांसफ़र पर दस दिनों की रोक लगा दी है |

tamil nadu tiruvallur students protest over the transfer of their english teacher 1 news4social -

गुरु -शिष्य के बीच इतना प्रेम
भगवान के प्रति इस लगाव के बारे में बच्चों का कहना था कि वह स्कूल के सबसे सपोर्टिव स्टाफ मेंबर्स में से एक हैं| जब अध्यापक स्कूल छोड़ कर जाने लगें तो सभी विद्यार्थी फूट -फूट कर रोने लगे |ऐसे में भगवान भी अपनी भावनाओं पर काबू नही रख पाएं और उनकी आँखें भी छलक पड़ी |

गुरु शिष्य परम्परा की अनोखी कहानी
गुरु -शिष्य के बीच इस तरह का प्रेम देखकर सरकार ने उनके तबादले पर 10 दिनों की रोक लगा दी है |अब यह देखना होगा कि आखिर सरकार क्या फैसला लेती है ?वो तिरुवल्लुर में ही रहेंगे या फिर किसी नए स्कूल में जायेंगे |बच्चों का अपने प्रति ये प्यार देख कर भगवान का कहना है कि ये मेरी स्कूल में पहली जॉब थी | मैं 2014 में सरकारी हाईस्कूल में अपॉइंट हुआ था| और विद्यालय में ज़रूरत से ज्यादा स्टाफ होने के कारन मेरा तबादला किया जा रहा है |