जानिए ऐसा चमत्कारी मंदिर जिसके सामने तेज रफ्तार से आने वाली ट्रेन भी धीमी पड़ जाती है?

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जानिए ऐसा चमत्कारी मंदिर जिसके सामने तेज रफ्तार से आने वाली ट्रेन भी धीमी पड़ जाती है?

आधुनिक युग में विज्ञान के चमत्कार से हर कोई वाकिफ है। बदलती दुनिया के साथ इंसान ने कई बदलते दौर देखे हैं, लेकिन इसके बावजूद इंसान का भरोसा भगवान पर हमेशा से कायम रहा है।भक्तों की मुराद जब पूरी होती है तो उसकी आस्था ईश्वर में गहरी होती जाती है और वह ईश्वर की भक्ति के और करीब चला जाता है। भले ही हमें ईश्वर के आकार-प्रकार के बारे में पता ना हो, पर उनकी शक्ति का एहसास हमें अपने चारों ओर देखने को मिल जाता है। जिसके कारण ही करोड़ों लोगों की आशाएं एक मूर्ति (Hanuman Temple) के सामने आकर टिक जाती हैं। ऐसी ही एक चमत्कारिक शक्ति जिसके सामने इंसान तो क्या तेज रफ्तार से चलती ट्रेनें भी खुद-ब-खुद धीमी होकर उन्हें प्रणाम करने के लिए रुक जाती हैं।

आपने कई चमत्कारी मंदिरों के बारे में सुना होगा। जहां आपको भगवान की शक्ति दिखाई देती है और उनके चमत्कारों से सामना होता है। अब हम आपको एक ऐसे चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां इंसान को तो इस बात का यकीन है कि यह मंदिर चमत्कारी है। बल्कि उस मंदिर के आगे जब कोई तेज रफ्तार से ट्रेन आती है, वह भी धीमी हो जाती है। मानो ऐसा लगता है कि वह ट्रेन रुक कर उस मंदिर को प्रणाम कर रही हो।

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चमत्कार की अदभुत कहानी अपने में समेटे हनुमानजी का चमत्कारी मंदिर मध्यप्रदेश के शाजापुर स्थित बोलाई गांव में है। इस मंदिर के सामने से जो भी ट्रेन गुजरती है उसकी रफ्तार धीमी हो जाती है। इसके अलावा इस मंदिर से भविष्य में होने वाली घटनाओं के संकेत भी लोगों को पहले से मिल जाते हैं। इस मंदिर को श्री सिद्ध वीर खेड़ापति हनुमान मंदिर के नाम से भी लोग जानते हैं। सालभर श्रद्धालुओं का जमावड़ा यहां पर लगा रहता है और दूर-दूर से हनुमान भक्त इस मंदिर में शीश नवाने आते है।यदि कोई ड्राइवर इसे नजरअंदाज करता है तो अपने आप ही ट्रेन की स्पीड कम हो जाती है।

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पुजारी बताते हैं कि कुछ समय पहले रेलवे ट्रैक पर दो मालगाड़ी टकरा गईं थी। बाद में दोनों गाड़ियों के लोको पायलट ने बताया था कि उन्हें घटना के कुछ देर पहले अनहोनी का अहसास हुआ था। उन्हें ऐसा लगा था मानो कोई ट्रेन की रफ्तार कम करने के लिए कह रहा था। उन्होंने स्पीड कम नहीं की औऱ इस कारण आमने-सामने की टक्कर हो गई थी। मंदिर की एक अन्य मान्यता ये है कि यहां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यहां हर शनिवार, मंगलवार और बुधवार को दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।