अनुराग ठाकुर, किरेन रिजिजू क्‍या आगे बन सकते हैं पीएम? 50% से ज्‍यादा को भरोसा, सर्वे में खुलासा

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अनुराग ठाकुर, किरेन रिजिजू क्‍या आगे बन सकते हैं पीएम? 50% से ज्‍यादा को भरोसा, सर्वे में खुलासा

नई दिल्‍ली
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्‍तार और फेरदबल में जहां कई दिग्‍गज नेताओं की विदाई हुई तो कई युवा नेताओं का प्रमोशन भी हुआ। इनमें खासतौर से अनुराग ठाकुर और किरेन रिजिजू का नाम शामिल है। देश के 50.56 फीसदी लोगों का मानना है कि छोटे राज्यों के ये युवा नेता राष्ट्रीय नेता बनने की उम्मीद कर सकते हैं। इतना ही नहीं, कुछ साल बाद वे प्रधानमंत्री भी बन सकते हैं। आईएएनएस सी वोटर लाइव ट्रैकर के सर्वे से इसका पता चलता है।

बुधवार को हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्‍तार के बाद अनुराग ठाकुर को खेल और किरेन रिजिजू को कानून मंत्रालय की कमान सौंपी गई है। इसके पहले दोनों राज्‍य मंत्री थे। हालांकि, सर्वे के दौरान 35.67 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि अनुराग ठाकुर और किरेन रिजिजू जैसे छोटे राज्यों के युवा नेताओं के लिए राष्ट्रीय नेता के रूप में उभरना बहुत मुश्किल है। उनका कुछ साल बाद प्रधानमंत्री बनना और भी मुश्किल है।

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देश को युवा ब्रिगेड की जरूरत
इसके अलावा 45.61 फीसदी लोगों ने कहा कि युवा भारत को युवा राजनेताओं और युवा मंत्रिमंडल की जरूरत है। वहीं, 41.56 फीसदी ने कहा कि भारत को सिर्फ युवा राजनेताओं और युवा कैबिनेट की जरूरत नहीं है, बल्कि युवा और अनुभवी नेताओं के कॉम्बिनेशन की जरूरत है।

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सर्वे में एक सवाल पर कि क्या भारत को सेवानिवृत्त राजनेताओं के बजाय राज्यपाल के रूप में युवा और गतिशील नेताओं की जरूरत है, 51.05 फीसदी ने ‘हां’ कहा। वहीं, 37.65 फीसदी ने कहा कि भारत को राज्यपालों का पद धारण करने के लिए युवा और अनुभवी राजनेताओं के संयोजन की आवश्यकता है।

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कितने लोगों पर किया गया सर्वे?
यह सर्वे 1314 लोगों के बीच किया गया। भारत में सी वोटर न्यूजट्रैकर का यह सर्वे राष्ट्रीय प्रतिनिधि वाले रैंडम प्रोबेबिलिटी सैंपल पर आधारित है। इसका इस्‍तेमाल विश्वस्तर पर मानकीकृत आरडीडी सीएटीआई पद्धति में किया जाता है। यह सभी राज्यों में सभी भौगोलिक और जनसांख्यिकीय क्षेत्रों को कवर करता है। यह दैनिक लाइव ट्रैकर सर्वे सभी सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में बालिग (18 प्लस) उत्तरदाताओं के साक्षात्कार पर आधारित है। प्रत्येक रिपोर्ट में सैंपल साइज और फील्ड कार्य तिथियों का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है।

किस बात पर पीएम का जोर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 के कैबिनेट फेरबदल में मंत्रियों के प्रदर्शन और कार्यप्रणाली पर जोर दिया है। नए फेरबदल में 12 मंत्रियों को हटा दिया गया है। वहीं, सात जूनियर मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया है। अनुराग ठाकुर, जी किशन रेड्डी, किरेन रिजिजू, मनसुख मंडाविया को कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन मिला है।

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