ईशा गुप्ता को बचपन में बुलाते थे ‘काली मां’, बोलीं- समझ नहीं आता गोरा होना इतना जरूरी क्यों?

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ईशा गुप्ता को बचपन में बुलाते थे ‘काली मां’, बोलीं- समझ नहीं आता गोरा होना इतना जरूरी क्यों?

बॉलिवुड ऐक्ट्रेस ईशा गुप्ता हमेशा अपने ग्लैमरस लुक्स के लिए चर्चा में रहती हैं। भले ही ईशा कितनी भी आकर्षक दिखती हों मगर उन्हें अपने सांवले रंग के कारण काफी रिजेक्शन झेलना पड़ा है। हालांकि ईशा गुप्ता को अपने रंग से कोई दिक्कत नहीं है मगर वह समाज में फैले इस भ्रम से सहमत नहीं है कि गोरी लड़कियां ही खूबसूरत हो सकती हैं।

ईशा गुप्ता को मिली थी रंग गोरा करने की सलाह

ईशा गुप्ता को फिल्म इंडस्ट्री में हमेशा उनके सांवले रंग के लिए टोका जाता रहा है। उन्होंने कहा, ‘जब मैं ऐक्टर बन गई और मेरी पहली फिल्म रिलीज हुई तो मुझे याद है कि जब भी मैं मीटिंग या ऑडिशंस के लिए जाती थी तो लोग कहते थे- ओह, तुम्हें अपना रंग हल्का करना चाहिए या तुम वो इंजेक्शन ले लो, जोकि बहुत महंगा आता है। क्योंकि बहुत सारी ऐक्ट्रेस अपना रंग बदल चुकी हैं लेकिन मुझे यह कॉन्सेप्ट कभी समझ में ही नहीं आया।’

‘कम से कम मेरे रंग के कारण ऐसा तो मत कहो’

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ईशा गुप्ता ने कहा, ‘मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई अपनी नाक की सर्जरी करवा रहा है। अगर उसे अच्छी नहीं लग रही है तो ठीक है। लेकिन मुझे अपनी बॉडी या फीचर्स से कोई दिक्कत नहीं है। कई बार ऐसा भी हुआ कि लोगों ने मुझसे कहा- तुमको कभी भी क्यूट लड़कियों वाले रोल नहीं मिलेंगे। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता और न ही मुझे ऐसे रोल चाहिए लेकिन ऐसा कम से कम मेरे रंग के कारण तो मत कहो।’

सलाह मिलने पर भी नहीं करवाई नाक की सर्जरी

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ईशा गुप्ता को काफी लोगों ने उनकी नाक की सर्जरी कराने की सलाह दी थी। ईशा गुप्ता को नाक की सर्जरी से डर लगता था। उन्होंने कहा, ‘मुझे सर्जरी करवाने की सलाह मिली थी क्योंकि मेरी नाक की हड्डी टेढ़ी थी जिसके कारण मुझे सांस लेने में दिक्कत होती थी। लेकिन मैं ऐसा नहीं करवाती थी क्योंकि मुझे डर था कि इससे मेरी नाक की शेप चेंज हो जाएगी।’

बचपन से इतनी सांवली नहीं थीं ईशा

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ईशा ने बताया कि अब वह जितनी सांवली हैं, इतनी बचपन में नहीं थीं। उन्होंने कहा, ‘बचपन में मैंने कुछ गलत दवाइयां खा ली थीं। इसके बाद मुझे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया और मेरा खून तक बदलवाना पड़ा। इसके बाद मैं बहुत कमजोर हो गई और सांवली भी हो गई।’

रिश्तेदार बुलाते थे ‘काली मां’

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ईशा गुप्ता को अपने सांवले रंग के कारण काफी ताने भी सुनने को मिलते थे। बहुत से लोग उन्हें उनके सांवले रंग के कारण ‘काली मां’ कहकर भी पुकारते थे। ईशा ने बताया कि कुछ रिश्तेदार उनकी मां से कहते कि एक और लड़की हो गई और भी सांवली है। ईशा अक्सर ऐसी बातें सुनकर दुखी हो जाती थीं। लेकिन ईशा यह भी कहती हैं कि विदेशों में लोग उनके इंडियन टोन वाली स्किन को बेहद पसंद करते हैं।

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