कर्नाटक और महाराष्ट्र में बढ़ा तनाव, शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनादर करने वालों पर उद्धव ने CM बोम्मई से की कार्रवाई की मांग

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कर्नाटक और महाराष्ट्र में बढ़ा तनाव, शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनादर करने वालों पर उद्धव ने CM बोम्मई से की कार्रवाई की मांग

बेंगलुरु
कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद (Karnataka Maharashtra Border Dispute) को लेकर तनाव बढ़ गया है। बेलागवी में बड़ी सभाओं पर बैन लगा दिया गया है। दरअसल बीते बुधवार रात बेंगलुरु में छत्रपति शिवाजी की एक मूर्ति पर स्याही फेंक दी गई थी बेंगलुरू में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति पर स्याही डालने की घटना के बाद से कर्नाटक और महाराष्ट्र की सीमावर्ती इलाकों में तनाव का माहौल है। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कर्नाटक सरकार की ओर से तत्काल कार्रवाई की मांग की। वहीं कर्नाटक के सीएम बसावराज बोम्मई ने कहा कानून व्यवस्था के लिए हम कड़े कदम उठा रहे हैं।

महाराष्ट्र में कर्नाटक के पंजीकरण वाले वाहनों पर हमले और उन्हें बदसूरत करने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि वहां कानून व्यवस्था बनाये रखना पड़ोसी राज्य की सरकार का दायित्व है। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक के गृह सचिव एवं पुलिस महानिदेशक महाराष्ट्र के अपने समकक्षों से वहां कर्नाटक वासियों तथा राज्य की बसों एवं अन्य गाड़ियों को सुरक्षा प्रदान करने के बारे में बात करेंगे।

कन्नड़ के झंडे में आग..कर्नाटक के नंबर वाली गाड़ियों पर काली स्याही लगे कई आरोप
उन्होंने कहा, ‘पहले हमारे अधिकारी बात करेंगे और उसके बाद यदि जरूरत महसूस हुई तो मैं बात करूंगा। ’ वह इस प्रश्न का उत्तर दे रहे थे कि क्या वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे। ऐसी खबरें हैं कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर में कर्नाटक के नंबर वाली गाड़ियों पर कथित रूप से कुछ शिवसैनिकों ने काली स्याही पोत दी एवं उनपर हमला किया। हाल में कोल्हापुर में कुछ बदमाशों ने कन्नड़ झंडे में आग लगा दी थी जिसके बाद कर्नाटक में जनाक्रोश सामने आया था।
शिवाजी की प्रतिमा के साथ कथित तोड़फोड़ वाला वीडियो सामने आने के बाद शिवसेना सासंद संजय राउत ने इसे बेंगलुरू की घटना होने का दावा किया था और मराठाओं से एकजुट होने की अपील की थी।

‘कर्नाटक हमारी जिम्मेदारी महाराष्ट्र वहां की सरकार की’
बोम्मई ने कहा, ‘कर्नाटक में कानून व्यवस्था बनाये रखना हमारी जिम्मेदारी है और हम उसे बनाये रखने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं। महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी वहां की सरकार की जिम्मेदारी है। महाराष्ट्र की हाल की घटनाओं के सिलसिले में हमारे पुलिस अधिकारियों ने वहां अपने समकक्षों से बातचीत की है।’

राउत के बयान पर क्या बोले कर्नाटक के सीएम?
राउत के बयान के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा , ‘शिवाजी महाराज, संगोली रयान्ना और कित्तूर चेन्नमा लड़ाके रहे हैं जिन्होंने देश के लिए लड़ाई लड़ी , यदि उनके नाम पर हम आपस में लड़ना एवं बांटना शुरू कर देते हैं तो उनके प्रति यह बड़ा अपकार होगा। किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को लोगों को हिंसा तथा कानून व्यवस्था को अपने हाथों में लेने के लिए उकसाना नहीं चाहिए।’

‘शिवाजी महाराज का अनादर और अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बेंगलुरु में छत्रपति शिवाजी की एक मूर्ति पर स्याही फेंक दी जाने की घटना के मद्देनजर शनिवार को कर्नाटक सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की। ठाकरे ने ‘कन्नड़ अत्याचार’ और ‘विकृत मानसिकता’ वाली घटनाओं को रोकने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज न केवल महाराष्ट्र के बल्कि पूरे देश के ‘देव’ हैं। शिवसेना के प्रमुख ठाकरे ने कहा कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक का कोई भी अनादर और अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पीएम मोदी कर्नाटक सरकार को कार्रवाई करने को कहें- उद्धव ठाकरे
ठाकरे ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को कर्नाटक सरकार को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश देना चाहिए। इस घटना (प्रतिमा को कथित रूप से विरूपित करने) को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। कई वर्षों से कर्नाटक में मराठी भाषी लोग अत्याचार का सामना कर रहे हैं। अब, छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर स्याही फेंकी गई है।’

‘PM ने की तारीफ..BJP की सरकार वाले राज्य में ही हुआ शिवाजी का अपमान’
ठाकरे ने हाल में वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए भाषण का हवाला दिया जहां उन्होंने छत्रपति शिवाजी का उल्लेख किया था। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में कहा था कि जब भी भारत की संस्कृति को कुचला गया, छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे योद्धा राजा पैदा हुए। लेकिन मोदी की टिप्पणी के कुछ ही दिनों बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित कर्नाटक में शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर हमला किया गया। कार्रवाई करने के बजाए मराठी लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। यह निंदनीय है।’ ठाकरे ने मांग की कि प्रधानमंत्री मराठी लोगों पर ‘‘कन्नड़ अत्याचार’’ को रोकने के लिए हस्तक्षेप करें।

‘किसी भी प्रतिक्रिया के लिए कर्नाटक सरकार होगी जिम्मेदार’
महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि उस घटना पर किसी भी प्रतिक्रिया के लिए कर्नाटक सरकार जिम्मेदार होगी, जिसमें (शिवाजी महाराज की) प्रतिमा पर स्याही फेंकी गई थी। शिंदे कर्नाटक के मराठी बहुल सीमावर्ती इलाकों के समन्वय मंत्री हैं।

‘BJP ने चुनाव प्रचार के लिए किया शिवाजी महाराज का इस्तेमाल’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि भाजपा ने शिवाजी महाराज का इस्तेमाल केवल अपने चुनाव प्रचार के लिए किया है। कांग्रेस नेता और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट तथा राकांपा नेता और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने भी घटना की निंदा की और कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

महाराष्ट्र-कर्नाटक के बीच पुराना है सीमा विवाद
महाराष्ट्र बेलगाम, करवार और निपाणी सहित कर्नाटक के कई हिस्सों पर दावा करता है, क्योंकि यहां की ज्यादातर आबादी मराठी भाषी है। महाराष्ट्र कर्नाटक के बीच सीमा विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी केस चल रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मांग की थी कि जब तक इस केस का फैसला नहीं आता, तब तक सीमा प्रांत को न तो कर्नाटक का क्षेत्र माना जाए और न ही महाराष्ट्र का। इन क्षेत्रों के नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए उन्हें केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया जाए।

बेलगावी में तनाव का माहौल
वहीं कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में छत्रपति शिवाजी की एक मूर्ति पर स्याही फेंक दी गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस घटना के बाद बेलगावी में आधी रात के करीब भीड़ ने पुलिस और सरकारी वाहनों पर पथराव किया। महाराष्ट्र का बेलगावी समेत सीमावर्ती इलाकों को राज्य में शामिल करने के मुद्दे पर कर्नाटक के साथ विवाद है।

इनपुट-भाषा



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