कांग्रेस विधायक अवाना ने की सोनिया गांधी से मांग, ‘मायावती को बनाया जाए राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार’ | Demand from Sonia Gandhi to make ‘Mayawati’s presidential candidate | Patrika News
दरअसल बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने बसपा प्रमुख मायावती को कांग्रेस का राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग करके सभी को आश्चर्य में डाल दिया है। जोगिंदर सिंह अवाना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मायावती को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में अवाना ने लिखा कि ‘मायावती बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष है जो 1989 में बिजनौर से सांसद, 1994 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य और 1995 में पहली बार उत्तर प्रदेश की दलित महिला मुख्यमंत्री बनी। अवाना ने अपने पत्र में लिखा कि मायावती चार बार उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और अपने कुशल नेतृत्व से पूरे भारत के दलित समाज को एक सूत्र में बांध रखा है।
विशेषकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में दलित समाज को एकत्रित कर कई विधायक, सांसद निर्वाचित करवाए हैं। ऐसे में अगर मायावती को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाता है तो पूरे भारत का दलित समाज कांग्रेस पार्टी का ऋणी रहेगा।
दलित समाज कांग्रेस पार्टी का स्थाई मतदाता है, मायावती को कांग्रेस का राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित करने पर दलित समाज हमेशा कांग्रेस पार्टी के पक्ष में रहकर भविष्य में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करेगा। इसलिए आग्रह है कि मायावती को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए।
विधायकों के विलय से नाराज है मायावती
हालांकि बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर अवाना ने भले ही मायावती को कांग्रेस का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने की घोषणा की हो लेकिन खुद मायावती राजस्थान कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज हैं। 2008 में विधानसभा चुनाव बसपा से छह विधायक चुनाव जीत जीते थे, इसी प्रकार साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी बसपा से विधायक चुनाव जीते थे और दोनों ही बार बसपा के सभी 6 विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा लिया था।
बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर मायावती ने दल-बदल कानून के तहत सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की हुई है। साल 2018 में विधानसभा चुनाव में जोगिंदर अवाना, राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया और लाखन मीणा बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे।
राज्यसभा चुनाव में मलिंगा ने भी मायावती के प्रति जताई थी निष्ठा
इधर राज्यसभा चुनाव के दौरान बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने भी मायावती के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की थी। मलिंगा ने कहा कि 2008 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे इसलिए हमेशा मायावती का एहसानमंद रहेंगे।
दरअसल बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने बसपा प्रमुख मायावती को कांग्रेस का राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग करके सभी को आश्चर्य में डाल दिया है। जोगिंदर सिंह अवाना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मायावती को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में अवाना ने लिखा कि ‘मायावती बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष है जो 1989 में बिजनौर से सांसद, 1994 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य और 1995 में पहली बार उत्तर प्रदेश की दलित महिला मुख्यमंत्री बनी। अवाना ने अपने पत्र में लिखा कि मायावती चार बार उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और अपने कुशल नेतृत्व से पूरे भारत के दलित समाज को एक सूत्र में बांध रखा है।
विशेषकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में दलित समाज को एकत्रित कर कई विधायक, सांसद निर्वाचित करवाए हैं। ऐसे में अगर मायावती को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाता है तो पूरे भारत का दलित समाज कांग्रेस पार्टी का ऋणी रहेगा।
दलित समाज कांग्रेस पार्टी का स्थाई मतदाता है, मायावती को कांग्रेस का राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित करने पर दलित समाज हमेशा कांग्रेस पार्टी के पक्ष में रहकर भविष्य में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करेगा। इसलिए आग्रह है कि मायावती को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए।
विधायकों के विलय से नाराज है मायावती
हालांकि बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर अवाना ने भले ही मायावती को कांग्रेस का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने की घोषणा की हो लेकिन खुद मायावती राजस्थान कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज हैं। 2008 में विधानसभा चुनाव बसपा से छह विधायक चुनाव जीत जीते थे, इसी प्रकार साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी बसपा से विधायक चुनाव जीते थे और दोनों ही बार बसपा के सभी 6 विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा लिया था।
बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर मायावती ने दल-बदल कानून के तहत सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की हुई है। साल 2018 में विधानसभा चुनाव में जोगिंदर अवाना, राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया और लाखन मीणा बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे।
राज्यसभा चुनाव में मलिंगा ने भी मायावती के प्रति जताई थी निष्ठा
इधर राज्यसभा चुनाव के दौरान बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने भी मायावती के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की थी। मलिंगा ने कहा कि 2008 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे इसलिए हमेशा मायावती का एहसानमंद रहेंगे।