क्या है अभिमंत्रित रुद्राक्ष? जिस पाने के लिए कांटो पर चल रही महिलाएं, प्रदीप मिश्रा के आश्रम पहुंच गए 20 लाख लोग

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क्या है अभिमंत्रित रुद्राक्ष? जिस पाने के लिए कांटो पर चल रही महिलाएं, प्रदीप मिश्रा के आश्रम पहुंच गए 20 लाख लोग

क्या है अभिमंत्रित रुद्राक्ष? जिस पाने के लिए कांटो पर चल रही महिलाएं, प्रदीप मिश्रा के आश्रम पहुंच गए 20 लाख लोग


सीहोर: कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष पाने के लिए लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। भीड़ को देखते हुए पंडित प्रदीप शर्मा ने रूद्राध का वितरण बंद कर दिया है। कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया था। भारी भीड़ के कारण प्रशासन ने इस महोत्सव को बंद करने का आग्रह किया। रुद्राक्ष पाने के लिए सुबह से लोगों की लाइन लग गई। हाइवे जाम हो गए। बताया जा रहा है कि इस महोत्सव में करीब 20 लाख लोग शामिल हुए। जिस कारण इस तरह के हालात बन गए। आइए जानते हैं कि आखिर ये अभिमंत्रित रुद्राक्ष होते क्या हैं।

क्या होता है अभिमंत्रित रूद्राक्ष

कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान भक्तों को रुद्राक्ष दिया जाता है। इन रुद्राधों के बारे में कहा जाता है कि इन्हें विशेष मंत्रों से अभिमंत्रित किया जाता है। अभिमंत्रित रुद्राक्षों को पहने से भक्तों की कई तरह की समस्याएं खत्म हो जाता हैं। जिस कारण इसे पाने के लिए लोग कुबेरेश्वर धाम पर पहुंचते हैं।

अभिमंत्रित का अर्थ है विशेष पूजा

 अभिमंत्रित का अर्थ है विशेष पूजा

वैसे तो बाजार में रुद्राक्ष की भरमार है। अधिकांश शहरों की दुकानों में रुद्राक्ष आसानी से मिल जाते हैं। आजकल तो ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइट में भी ऑर्डर करके लोग रुद्राक्ष मंगा सकते हैं। लेकिन अभिमंत्रित रुद्राक्ष इन सब से अलग होता है। सिवनी जिले के ज्योतिष शास्त्री पंडित सुनील तिवारी ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम को बताया कि रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करने से आशय यह है कि उस रुद्राक्ष को विशेष पूजा पाठ करके अभिमंत्रित किया गया है।

कराई जाती है प्राण प्रतिष्ठा

 कराई जाती है प्राण प्रतिष्ठा

अभिमंत्रित करने के लिए आमतौर पर प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया अपनाई जाती है। बाहर से लाये गये रुद्राक्ष को पूजा पाठ के लिए रखा जाता है। विद्वान पंडितों भगवान शंकर के समक्ष रुद्राक्ष की पूजा पाठ के साथ प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। ऐसा करने से रुद्राक्ष में शिव जी की एक विशेष शक्ति प्रवेश करती है। (फोटो- रुद्राक्ष पाने के लिए भक्तों की भीड़)

पहने वाले को मिलती है विशेष शक्ति

 पहने वाले को मिलती है विशेष शक्ति

पंडित सुनील तिवारी के अनुसार, जब अभिमंत्रित रुद्राक्ष को कोई व्यक्ति धारण करता है तो उसके साथ भी वह शक्ति हमेशा बनी रहती है। लेकिन वही अगर कोई व्यक्ति बिना अभिमंत्रित किए बगैर रुद्राक्ष धारण करता है तो वह रुद्राक्ष में विशेष प्रभावकारी नहीं होता।

कांटों पर चली महिलाएं

कांटों पर चली महिलाएं

कुबेरेश्वर धाम पहुंच कर इस अभिमंत्रित रुद्राक्ष को पाने के लिए भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई महिलाएं जल्दी कुबेरेश्वर धाम पर पहुंचने के लिए कंटीले रास्तों पर चलीं। इस महोत्सव में सबसे ज्यादा तकलीफ उन लोगों को उठानी पड़ी जो लोग बाहर से सीहोर आए थे।

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