खूबसूरती में हिरोइनों को भी पीछे छोड़ने वाली इस महिला को पहचानते हैं आप? राजनीतिक घराने से है इनका कनेक्शन

59
खूबसूरती में हिरोइनों को भी पीछे छोड़ने वाली इस महिला को पहचानते हैं आप? राजनीतिक घराने से है इनका कनेक्शन

खूबसूरती में हिरोइनों को भी पीछे छोड़ने वाली इस महिला को पहचानते हैं आप? राजनीतिक घराने से है इनका कनेक्शन

भोपालः इस तस्वीर को देखकर शायद इस शख्सियत को आप पहली नजर में पहचान न पाएं। इनकी खूबसूरती देखकर यही अंदाजा लगता है कि ये पुराने जमाने की कोई फिल्म अभिनेत्री हो सकती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इनका फिल्मों से कोई नाता नहीं है, लेकिन खूबसूरती इनके पूरे खानदान में रची-बसी है। इनके बेटे को देश ही नहीं, दुनिया के सबसे खूबसूरत मर्दों में शामिल किया जाता था। इनकी बेटियां और बहू भी स्टाइल आइकॉन मानी जाती हैं। इनकी तीन पीढ़ियां राजनीति में सक्रिय रही हैं। इनके बेटे और बेटियां मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र और राज्य सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। इनका पोता अब भी केंद्रीय मंत्री है। यदि इतने इशारे काफी नहीं हैं तो यह भी जान लीजिए कि इनका ताल्लुक एक मशहूर राजघराने से है जो देश के सबसे समृद्ध परिवारों में शामिल है।

ये तस्वीर राजमाता के नाम से मशहूर विजयाराजे सिंधिया की है। ग्वालियर राजघराने की बहू रहीं विजयाराजे सिंधिया का जन्म 12 अक्टूबर, 1919 को मध्य प्रदेश के सागर जिले में हुआ था। ये अपने पिता ठाकुर महेंद्र सिंह की सबसे बड़ी संतान थीं। इनके पिता जालौन जिले के डिप्टी कलेक्टर हुआ करते थे। इनके बचपन का नाम लेखा देवेश्वरी देवी था। खुले विचारों वाली विजयाराजे की शादी ग्वालियर के तत्कालीन राजा जीवाजी राव से हुई थी। देश में राजशाही की समाप्ति के बाद विजयाराजे राजनीति में आ गईं। वे 1957 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर गुना से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। हालांकि, कांग्रेस में वे ज्यादा दिनों तक नहीं रहीं और 1967 में जनसंघ ज्वॉइन कर लिया। वे जनसंघ और फिर बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में शामिल थीं। 25 जनवरी, 2001 को इनका निधन हो गया।

राजमाता की पांच संतानें
विजयाराजे सिंधिया की पांच संतानें हुईं। सबसे बड़ी बेटी पद्मावती राजे की शादी त्रिपुरा के अंतिम शासक महाराजा किरीट बिक्रम किशोर देब बर्मन से हुआ था। लेकिन साल 1964 में उनकी मौत हो गई। दूसरी बेटी उषाराजे की शादी नेपाल के शाही खानदान में पशुपति शमशेर जंग बहादुर राणा से हुई। उषाराजे राजनीति से दूर हैं, लेकिन विजयाराजे सिंधिया की तीन अन्य संतानें राजनीति में सक्रिय रही हैं।

बेटा और दो बेटियां राजनीति में
राजमाता के एकमात्र बेटे माधवराव सिंधिया ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जनसंघ के साथ की थी, लेकिन फिर वे कांग्रेस में चले आए थे। वे कई बार लोकसभा के सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे। 2001 में एक विमान दुर्घटना में माधवराव सिंधिया की मौत हो गई थी। राजमाता की दो बेटियां भी राजनीति में लंबी पारी खेल चुकी हैं और अब भी सक्रिय हैं। उनकी एक बेटी वसुंधरा राजे सिंधिया दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वसुंधरा के बेटे दुष्यंत सिंह भी लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। सबसे छोटी बेटी यशोधरा राजे सिंधिया मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। वे भी ग्वालियर से सांसद रह चुकी हैं।

पोता भी केंद्रीय मंत्री
राजमाता के एकमात्र पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता की मौत के बाद राजनीति में कदम रखा और साल 2002 में पहली बार सांसद बने। करीब 18 साल कांग्रेस में रहने के बाद ज्योतिरादित्य मार्च, 2020 में बीजेपी में शामिल हो गए। वे फिलहाल केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।

उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News